होली पर रखें इन बातों का ख़ास ध्यान
रंगों का पावन त्यौहार होली देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। होली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। पांरपरिक तौर पर इस दिन हर्ब्स और बसंत के फूलों से बने रंगों का इस्तेमाल होली खेलने के लिए किया जाता था। इन रंगों का औषधीय महत्व भी होता था। लेकिन आजकल होली खेलने के लिए जिन रंगों का इस्तेमाल किया जाता है उनमें भारी मात्रा में केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इन रंगों से त्वचा को काफी नुकसान पहुंच सकता है। इससे त्वचा शोथ, त्वचा पर खुरदुरापन, इर्रिटेशन, खुजली, एग्जिमा और ड्राइनेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में होली खेलने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी बेहद जरूरी है।
1. आपकी त्वचा आपके शरीर का सबसे बड़ा अंग है। होली खेलने के दौरान इसकी सुरक्षा करना बेहद जरूरी है। आजकल की होली में इस्तेमाल किए जाने वाले सिंथेटिक रंगों में काफी मात्रा में लेड ऑक्साइड, मर्करी सल्फाइड, एलुमिनियम ब्रोमाइड, कॉपर सल्फेट जैसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं। यह तमाम तरह की त्वचा समस्याओं की वजह बनते हैं। ऐसे में होली खेलने से पहले अपने कपड़ों से ज्यादा से ज्यादा अंगों को ढककर रखने की कोशिश करें।
2. कोशिश करें कि होली में इस्तेमाल किए जाने वाले रंग घर पर बने हुए प्राकृतिक रंग हों। हल्दी, गेंदे के फूल या हर्बल विधि से बनाए गए रंगों से होली खेलना ज्यादा सुरक्षित होता है।
3. होली खेलने से पहले चेहरे, हाथों और पैरों पर मॉइश्चराइजिंग लोशन लगाना न भूलें। सूरज की रोशनी से त्वचा को बचाने के लिए वाटरप्रूफ सन्सक्रीन का इस्तेमाल करें।
4. होली के रंगों से आपके बाल रूखे और बेजान हो सकते हैं। ऐसे में होली खेलने से पहले अपने बालों पर तेल से मसाज जरूर कर लें। इसके अलावा होली खेलते वक्त आप टोपी भी पहन सकते हैं।
5. आंखों को रंगों से बचाने के लिए सनग्लासेज का इस्तेमाल करें। कॉन्टैक्ट लेंसेज निकाल लें और आंखों में रंग चले जाने पर तुरंत ठंडे पानी से आंखों को धो लें।
6. अगर आप अस्थमा के मरीज हैं तो घर से बाहर जाकर गुलाल से रंग खेलने से परहेज करें।
7. होली में भांग का सेवन नियंत्रित मात्रा में करें। इससे ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन बढ़ने का खतरा होता है। इसे एल्कोहल में मिलाकर पीने से भी बचें।