डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को मंजूरी, पढ़िये पूरी खबर
वाशिंगटन। अमेरिका के निर्वतमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ बुधवार को अमेरिकी हाउस द्वारा दूसरी बार महाभियोग प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों को कैपिटोल में हिंसा के लिए उकसाया। इस घटना की पूरी दुनिया में निंदा की गई। बुधवार को नेशनल गार्ड्स द्वारा कैपिटोल को पूरी तरह से अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया गया जिसके बाद हाउस ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लाने का समर्थन में वोट किया। महाभियोग लाने के खिलाफ महज 197 वोट डाले गए जबकि महाभियोग के समर्थन में 232 वोट डाले गए।
ट्रंप बोले- मेरा सच्चा समर्थक नहीं कर सकता हिसां
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा, “भीड़ द्वारा हिंसा मेरे विश्वास और हमारे आंदोलन के लिए खिलाफ है। मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कभी भी राजनीतिक हिंसा का समर्थन नहीं कर सकता, मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कानून प्रवर्तन का अपमान नहीं कर सकता, मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कभी भी अपने साथी अमेरिकियों को धमकी या परेशान नहीं कर सकता था। यदि आप इनमें से कोई भी ऐसा काम करते हैं तो आप हमारे आंदोलन का समर्थन नहीं कर रहे हैं। आप हमारे आंदोलन पर और हमारे देश पर हमला कर रहे हैं। हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते।”
ट्रंप ने कहा कि हमने राजनीतिक हिंसा को नियंत्रण से बाहर जाता देखा है, हमने बहुत से दंगे, भीड़, धमकी और विनाश के कार्य देखे हैं। इसे रोकना होगा। चाहे आप राइट या लेफ्ट पर हों, डेमोक्रेट हों या रिपब्लिकन हों, हिंसा का कोई औचित्य नहीं है। कोई बहाना नहीं, कोई अपवाद नहीं, अमेरिका कानूनों का देश है। जो लोग पिछले सप्ताह हमलों में शामिल थे उन्हें कानून द्वारा दंडित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संघीय एजेंसियों को हालात काबू में बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक संसाधनों का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है। वाशिंगटन डीसी में, हम हजारों नेशनल गार्ड सदस्यों को शहर को सुरक्षित करने के लिए ला रहे हैं।
Joe Biden ने बोला ट्रंप पर हमला
US President-elect Joe Biden ने कहा कि पिछले हफ्ते, हमने अपने लोकतंत्र पर एक अभूतपूर्व हमला देखा। यह हमारे राष्ट्र के 244 साल के इतिहास के विपरीत था। इस आपराधिक हमले की योजना बनाई गई और समन्वय किया गया। यह राजनीतिक चरमपंथियों और घरेलू आतंकवादियों द्वारा किया गया था, जिन्हें राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा इस हिंसा के लिए उकसाया गया था। यह अमेरिका के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह था और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। हमारा देश घातक विषाणु और मंदी की चपेट में है। मुझे उम्मीद है कि सीनेट नेतृत्व महाभियोग पर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों से निपटने के लिए एक रास्ता खोजेगा, जबकि इस राष्ट्र के अन्य जरूरी व्यवसाय पर भी काम करेगा।