इस किताब ने उठाया श्रीदेवी की ज़िंदगी के छुपे हुए रहस्यों से पर्दा
मुम्बई। फिल्म ‘हिम्मतवाला’ से भले ही श्रीदेवी रातों रात एक लोकप्रिय अदाकारा बन गईं हों, लेकिन श्रीदेवी खुद इसे अपने लिए अच्छा नहीं मानती थी। एक नई किताब में इसका खुलासा किया गया है। ‘श्रीदेवी: क्वीन ऑफ हार्ट्स’ नामक किताब में वर्ष 1987 में अदाकारा के एक साक्षात्कार के हवाले से कहा गया कि वह इस बात से खुश नहीं थी कि हिंदी सिनेमा में उनकी पहली हिट फिल्म ‘हिम्मतवाला’ (1983) थी।
किताब में अदाकारा के हवाले से कहा गया, ‘‘तमिल फिल्मों में वे मुझे स्वभाविक अदाकारी करते देखना पसंद करते हैं। लेकिन हिंदी फिल्मों में उन्हें काफी ग्लैमर, समृद्धि और मसाला चाहिए। मेरी बदकिस्मती है कि हिंदी सिनेमा में मेरी पहली हिट कमर्शियल थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने ‘सदमा’ में एक चरित्र किरदार किया, तो वह असफल रही। इसलिए लोगों ने मुझे केवल ग्लैमर किरदारों में लेना शुरू कर दिया। लेकिन एक दिन में लोगों को साबित कर दूंगी कि मैं अभिनय भी कर सकती हूं।’’ किताब ‘श्रीदेवी: क्वीन ऑफ हार्ट्स’ पत्रकार एवं लेखिका ललिता अय्यर ने लिखी है।