जानिए, आखिर साड़ी पहनकर कोर्ट क्यों पंहुचे आरोपी
देहरादून। अक्सर आपने फिल्मों में आरोपियों को कोर्ट में वेश बदलकर या बुर्का पहने कोर्ट में छुपते-छिपाते आते हुए देखा होगा, मगर हकीकत में ऐसे मामले मुश्किल से ही देखने को मिलते हैं। आप जानकर हैरान होंगे कि देहरादून में कुछ आरोपी साड़ी पहनकर छिपते-छिपाते हुए कोर्ट में हाजिर हुए।
सीजेएम कोर्ट परिसर में मौजूद लोग बुधवार को उस समय भौचक्के रह गए जब एकाएक दो लोग वहां साड़ी पहनकर पहुंच गए। हैरानी उस समय ज्यादा हुई जब इन्होंने कोर्ट रूम में साड़ियां उतारनी शुरू कर दी। दरअसल, ये दोनों लोग कोई और नहीं बल्कि पुलिस और वन विभाग की टीम से बचते फिर रहे गुलदार के शिकारी थे, जो करीब डेढ़ माह से फरार चल रहे थे। उनके सरेंडर की सूचना पर उनके पीछे सुबह से ही पुलिस और वन विभाग की टीम लगी हुई थी।
फिल्मी अंदाज में हुई इस कहानी का पटाक्षेप कुछ देर बाद उनके वकीलों ने किया। पता चला कि गत 22 मार्च को राजाजी पार्क के हरिपुर इलाके में गड्ढों में गुलदार की खालें और हड्डियां मिली थीं। आशंका थी कि ये अंग शिकारियों ने यहां दबाए हुए हैं। इसके कुछ दिन बाद वन विभाग ने रायवाला निवासी सोनू को गिरफ्तार कर लिया था। उससे जब पूछताछ की गई तो उसने शिकार में पंछी, सहजान, योगेश और अजीवा का नाम भी टीम को बताया।
यही नहीं सोनू ने एक डिप्टी रेंजर का नाम भी वन विभाग को बताया। इस प्रकरण में वन विभाग ने पंछी, सहजान और योगेश को प्रमुख आरोपी बनाकर उनकी तलाश शुरू कर दी। तभी से पंछी और सहजान के पीछे वन विभाग की टीम लगी थी। बुधवार को वन विभाग को सूचना मिली थी कि पंछी और सहजान कोर्ट में सरेंडर करने वाले हैं।
इसी के चलते दोनों आरोपी बुधवार को साड़ी पहनकर अपने वकील के साथ कोर्ट पहुंचे। जब तक वन विभाग के कर्मचारी उन्हें पकड़ते वे कोर्ट में दाखिल हो चुके थे। वन विभाग की टीम इन दोनों का रिमांड लेने का प्रयास कर रही है। राजाजी पार्क के निदेशक सनातन ने बताया कि दोनों वांछित आरोपी पुलिस और वन विभाग की टीम से बचने के लिए साड़ी पहनकर कोर्ट में पहुंचे थे।