जानिए, कौन हैं 11,000 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाला नीरव मोदी
नयी दिल्ली। इन दिनों देशभर में नीरव मोदी का नाम सुर्ख़ियों में छाया हुआ है। महज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी नीरव मोदी को लेकर शोर मचा हुआ है। आइये जानते हैं आखिर कौन है नीरव मोदी और क्यों मचा हुआ है उसके नाम पर इतना हल्ला। गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 11 हजार करोड़ के घपले का खुलासा हुआ है। मुंबई की शाखाओं में हुई इस धांधली को लेकर सीबीआई में दो शिकायतें दर्ज हुई हैं। पीएनबी ने बुधवार (14 फरवरी) को बांबे स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी कि प्रबंधन ने करीब 11,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी वाले लेनदेन का पता लगाया है। कुछ चुनिंदा खाताधारकों को लाभ पहुंचाने के लिए उनकी सहमति से ये लेनदेन किए गए। बैंक ने कहा कि लेनदेन के आधार पर अन्य बैंकों ने संभवत: कुछ ग्राहकों को विदेशों में कर्ज दिया है।
मामले को पहले ही विधि प्रवर्तन एजेंसियों को भेजा गया है, जिससे दोषियों पर कार्रवाई हो सके। घपले की जांच कर रही पीएनबी की आंतरिक कमेटी ने बैंक के दो अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराई है। 10 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। घोटाले के तार रत्न व आभूषण के प्रसिद्ध कारोबारी नीरव मोदी से जुड़े हुए हैं, जिनके खिलाफ पीएनबी ने एक पखवाड़े पहले 280 करोड़ रुपये के फ्रॉड का आरोप लगाते हुए जांच सीबीआई को सौंपी थी।
यह महाघोटाला कथित रूप से कारोबारी नीरव मोदी ने किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने सीबीआई की एफआईआर के आधार पर नीरव मोदी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। इस मामले में अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी ने कथित रूप से बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी वाला गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल कर अन्य भारतीय कर्जदाताओं से विदेशी कर्ज हासिल किया। इस महाधोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी का नाम सामने आने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है।
प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार (15 फरवरी) को नीरव के 9 ठिकानों पर छापे मारे हैं। 11,400 करोड़ रुपये के इस फर्जीवाड़े में सीबीआई ने भी 31 जनवरी को एक FIR दर्ज की थी। प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को नीरव मोदी के दिल्ली, मुंबई, सूरत के नौ शो-रूम पर छापे मारे हैं। ईडी ने नीरव मोदी केे मुंबई के कालाघोड़ा इलाके के शोरूम पर भी छापा मारा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीरव मोदी इस समय देश में नहीं हैं।
पीएनबी ने बयान में कहा है कि उसकी मुंबई की एक शाखा में कुछ धोखाधड़ी वाले अनाधिकृत लेनदेन का पता चला है। ये लेनदेन कुछ चुनिंदा खाताधारकों को लाभ पहुंचाने वाले हैं और इसमें उनकी भी सांठगाठ है। बैंक ने कहा कि इन लेनदेन के आधार पर अन्य बैंकों ने संभवत: कुछ ग्राहकों को विदेशों में कर्ज दिया है। हालांकि, पीएनबी ने इन बैंकों का नाम नहीं लिया। लेकिन समझा जाता है कि यूनियन बैंक आफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक ने पीएनबी के गारंटी पत्रों के आधार पर कर्ज दिया।
बता दें कि एलओयू वह पत्र है जिसके आधार पर एक बैंक द्वारा अन्य बैंकों को एक तरह से गारंटी पत्र उपलब्ध कराया जाता है जिसके आधार पर विदेशी शाखाएं कर्ज की पेशकश करती हैं। पिछले सप्ताह पीएनबी ने सीबीआई के पास एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया था कि 16 जनवरी को सबसे पहले 280.7 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी वाले गारंटी पत्र जारी किए गए। उस समय बैंक ने कहा था कि वह जांच कर रहा है जिससे पता चल सके कि घोटाला कितना बड़ा है।
अपनी शिकायत में पीएनबी ने तीन हीरा कंपनियों डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स का नाम लिया था। शिकायत में कहा गया था कि उन्होंने 16 जनवरी को बैंक से विदेशी आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान को खरीदार कर्ज के लिए संपर्क किया था। बैंक ने एलओयू जारी करने के लिए प्रतिशत का नकद मार्जिन मांगा था, जिसका इन कंपनियों ने विरोध करते हुए कहा था कि वे यह सुविधा 2010 से प्राप्त कर रही हैं। नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी और भाई निशाल और मेहुल चौकसी डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स तथा स्टेलर डायमंड्स में भागीदार हैं। इन कंपनियों की हांगकांग, दुबई और न्यूयॉर्क जैसे विदेशी गंतव्यों में इकाइयां हैं।
गुजरात का यह हीरा व्यापारी डायमंड के बिजनेस का शहंशाह है। साल 2010 में खुदरा व्यवसाय की देर से की गई शुरुआत के बावजूद नीरव मोदी ने बड़ी तेजी से हॉलीवुड स्टार्स के इंडियन जूलर के रूप में प्रतिष्ठा अर्जित कर ली। कैट विंस्लट तथा डकोरा जॉन्सन से लेकर टराजी पी हेन्सन तक, हॉलीवुड की टॉप स्टार्स नीरव के ब्रैंड के हीरे पहनकर रेड कार्पेट पर चमक बिखेर चुकी हैं। पिछले साल प्रियंका चोपड़ा ब्रैंड ऐंबेसडर बनीं। इन सबके बीच 2013 तक नीरव अरबपतियों की फोर्ब्स लिस्ट में जगह बना चुके थे।
एक अख़बार के मुताबिक 48 वर्षीय नीरव मोदी दुनिया की डायमंड कैपिटल कहे जाने बेल्जियम के एंटवर्प शहर के मशहूर डायमंड ब्रोकर परिवार से संबंध रखते हैं। ज्वेलरी डिजाइनर 2.3 अरब डॉलर के फायरस्टार डायमंड के संस्थापक हैं। उनके ग्राहकों में दुनिया के जाने-माने लोग शामिल हैं, जिनमें केट विंस्लेट, रोजी हंटिंगटन-व्हाटली, नाओमी वॉट्स, कोको रोशा, लीजा हेडन और एश्वर्या राय जैसे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय अभिनेत्रियां शामिल हैं।
नीरव के डिजाइनर ज्वेलरी बूटीक लंदन, न्यूयॉर्क, लास वेगास, हवाई, सिंगापुर, बीजिंग और मकाऊ में हैं। भारत में उनके स्टोर दिल्ली और मुंबई में हैं। बेल्जियम के एंटवर्प शहर में पले-बढ़े नीरव की दिलचस्पी आर्ट और डिजाइन में थी और वो यूरोप के अलग-अलग म्यूजियम में आते-जाते थे। इसके बाद भारत में बसने और डायमंड ट्रेडिंग बिजनेस की बारीकियों को सीखने के बाद साल 1999 में उन्होंने फायरस्टार की नींव रखी।
साल 2010 में वो क्रिस्टी और सॉदबी के कैटालॉग पर जगह बनाने वाले पहले भारतीय ज्वेलर बने। साल 2013 में वह फोर्ब्स लिस्ट ऑफ इंडियन बिलिनेयर में आए और तब से अपनी जगह बनाए हुए हैं। पंजाब नेशनल बैंक का यह महाघोटाला उजागर होने के बाद इनके बिजनेस साम्राज्य की नींव पर दबाव बढ़ा है। अब देखना होगा कि इस मामले में सीबीआई की जांच किस दिशा में जाती है।