जानिए पीएम मोदी की अंग्रेजी सुनकर ट्रम्प ने क्या कहा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दुनियाभर के नेताओं से मिलने का अपना अलग अंदाज है। वह गले मिलते हैं, हाथों से थपकी देते हैं या फिर हाथों में हाथ डाले चलते हैं। वास्तव में यह सिर्फ दो नेताओं के बीच की गर्मजोशी ही नहीं, दो देशों के मजबूत संबंधों को दिखाता है।
ऐसा ही कुछ हुआ जब सोमवार को फ्रांस में जी-7 समिट से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात हुई। एक समय ऐसा आया जब ट्रंप के कुछ कहने पर मोदी ने उनका हाथ अपने हाथों पर रखकर थपकी दी। दोनों नेताओं को हंसता देख मीडिया के लोग भी ठहाका लगाकर हंसने लगे।
दरअसल, सोमवार की इस मुलाकात को लेकर भारत, अमेरिका और खासतौर से पाकिस्तान की नजर थी क्योंकि उसके कहने पर ट्रंप कई बार कश्मीर पर मध्यस्थता की बात कह चुके थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप मीडिया के सामने आए। दोनों देशों के नेताओं ने कश्मीर जैसे गंभीर मुद्दे पर अपनी बातें रखीं, वहीं इस चर्चा के बीच कुछ हल्की-फुल्की बातों पर हंसी ठहाके भी लगे।
कई पत्रकारों के सवालों के जवाब देने के बाद ट्रंप ने अचानक मोदी की अंग्रेजी की तारीफ कर दी, जिसके बाद दोनों नेताओं के साथ वहां मौजूद लोग भी जोर से हंसने लगे। खास बात यह है कि वह ज्यादातर वैश्विक मंचों पर अपनी भाषा में यानी हिंदी में बोलते हैं और सोमवार को भाषा के उनके ज्ञान की ट्रंप ने तारीफ की।
कश्मीर मामले पर ट्रंप के बयान के बाद जब मीडिया कर्मियों ने पीएम नरेंद्र मोदी से इस पर अपनी राय देने को कहा तो मोदी ने बेहद सधे हुए अंदाज में हिंदी में अपना जवाब देते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि इस मामले पर अब हम दोनों को बात करने दीजिए, हम दोनों आगे बात करते रहेंगे। जब भी जरूरत पड़ेगी तो आपको इसकी जानकारी पहुंचा देंगे।’
इसी पर बीच में ट्रंप बोल गए, ‘दरअसल पीएम मोदी बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, लेकिन अब इस बारे में बात नहीं करना चाहते।’ ट्रंप के ऐसा कहते ही वहां मौजूद लोग जोर से ठहाका लगाकर हंसने लगे। बाद में प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर ट्रंप के साथ मुलाकात की तस्वीरें भी शेयर कीं।
गौरतलब है कि पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया, ‘हम लोग व्यापार को लेकर बात कर रहे हैं, हम लोग सैन्य और दूसरी महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात कर रहे हैं। पिछली रात डिनर के लिए हम दोनों साथ थे। जहां मैंने भारत के बारे में बहुत कुछ सीखा।’