जनसेवा के प्रति संवेदनशील रहेंगे पुलिसकर्मी: त्रिवेंद्र

देहरादून। मंगलवार को पुलिस लाईन में प्रशिक्षणार्थ रिक्रूट आरक्षियों की दीक्षांत परेड़ समारोह का आयोजन किया गया। उक्त दीक्षांत परेड समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा परेड की सलामी ली गयी। तत्पश्चात परेड का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के पश्चात दीक्षांत परेड बैन्ड की धुन पर मार्च पास करते हुए मंच से गुजरी। पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा सभी रिक्रूट आरक्षियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाकर पुलिस की मुख्य धारा में सम्मिलित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ,त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या कुल पुलिस कर्मियों में 11 फीसदी है जो कि राष्ट्रीय औसत से 4% ज्यादा है। यह एक बडी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि उत्तराखण्ड पुलिस के जवान स्मार्ट पुलिसिंग के कॉन्सेप्ट को साकार करते हुए आम जनता की सेवा के प्रति इसी प्रकार सवेदंनशील बनें रहेंगे।
दीक्षांत परेड समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी रिक्रूट आरिक्षियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गयी।उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे सभी पुलिस की मुख्यधारा में जुडकर मित्र पुलिस के सपने को साकार करेंगें। प्रशिक्षण के दौरान अपना सर्वोतम प्रदर्शन करने वाले रिक्रूट आरक्षियों को मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
पुरस्कृत किये गये रिक्रूट आरक्षियों में प्रथम परेड कमाण्डर रिक्रूट आरक्षी अकिंत बिष्ट, द्वितीय परेड कमाण्डर महिला रिक्रूट आरक्षी अंजना बेलवाल, तृतीय परेड कमाण्डर महिला रिक्रूट आरक्षी अमरजीत सिंह, सर्वांग सर्वोतम सीधी भर्ती महिला रिक्रूट आरक्षी रश्मि रौथाण, सर्वांग सर्वोतम मृतक आश्रित महिला रिक्रूट आरक्षी कविता रही। दीक्षान्त परेड समारोह के अन्त में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी उपस्थित अतिथिगणों एवं वरिष्ठ अधिकारियों का उनके सहयोग के लिए आभार प्रकट किया गया।
गौरतलब है कि जनपद देहरादून में कुल 175 रिक्रूट आरक्षियों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। जिसमें 127 महिला आरक्षी सीधी भर्ती से, 14 महिला आरक्षी व 34 पुरूष आरक्षी मृतक आश्रित कोटे से भर्ती हुए। मृतक आश्रित वर्ग का प्रशिक्षण 3-10-2016 से तथा सीधी भर्ती का प्रशिक्षण 11-11-2016 से प्रारम्भ हुआ। प्रशिक्षण के दौरान सभी रिक्रूट आरक्षियों को अन्त: कक्ष विषयों में आई.पी.सी., सी.आर.पी.सी., पुलिस रेगुलेशन, अपराध शास्त्र व भारतीय सविंधान आदि विषयों पर तथा बाह्य विषयों में पदादि प्रशिक्षण, शस्त्र प्रशिक्षण, पुलिस प्रशिक्षण, पीटी , योगा, फील्ड क्राफ्ट एवं टैक्टिक्स, मैप रीडिंग एवं कम्पास आदि विषयों का ज्ञान दिया गया तथा फायरिंग का अभ्यास कराया गया।