जनता दरबार में बुर्जुग शिक्षिका पर भड़के सीएम त्रिवेन्द्र कहा- सस्पेंड करो इसको
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और एक बुजुर्ग महिला शिक्षक के बीच बहस का वीडियो सामने आया है। गुरुवार को सीएम आवास पर जनता दरबार के दौरान उत्तरकाशी जिले की एक शिक्षिका ने हंगामा किया। जब सीएम ने शुरुआती कॉन्ट्रैक्ट का हवाला दिया तो महिला ने उन्हें अपशब्द कहे। मौके पर मीडिया के कई लोग मौजूद थे। रावत ने महिला को चेतावनी दी कि हंगामा करने पर उसे निलंबित कर दिया जाएगा, मगर वह चुप नहीं हुई। फिर सीएम ने महिला को कस्टडी में लेकर सस्पेंड करने का आदेश दे दिया।
सामने आए वीडियो के अनुसार महिला सीएम से कहती है, “25 साल से सर्विस कर रहे हैं। मेरी समस्या यह है कि मेरे पति की मृत्यु हो चुकी है और बच्चों को कोई देखने वाला नहीं है। मैं अपने बच्चों का सहारा हूं और उन्हें अनाथ नहीं छोड़ सकती और नौकरी भी नहीं छोड़ सकती और आपको मेरे साथ न्याय करना पड़ेगा।” इस पर सीएम ने पूछा कि ‘जब नौकरी (ज्वाइन) की थी तब क्या लिखकर दिया था?’ इसपर महिला ने जवाब दिया, “लिखकर ये नहीं दिया था मैं वनवास भेजूंगी। ये आपका है बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ।”
महिला की आवाज तेज होते देख सीएम तैश में आ गए। उन्होंने कहा, “अच्छा ठीक है, अध्यापिका हो ना, नौकरी करती हो, ठीक से बोलो। सभ्यता सीखो। बोलो मत नहीं तो सस्पेंड कर दूंगा।” जब सुरक्षाकर्मी महिला को वहां से हटाने लगे तो उन्होंने कहा, “हर कोई नेता होता है। हमारी भी भावनाएं होती हैं।” तब तक सीएम का पारा चढ़ चुका था।
रावत ने ऊंची आवाज में कहा, “सस्पेंड करो इसको आज ही। लेकर जाओ इसको बाहर। बंद करो इसको। कस्टडी में लो इसको।”