जरूरतमंदों के लिए प्रेरणास्रोत बने कूड़ा बीनने वाले बच्चे
देहरादून। हौसलों की उड़ान हो तो कोई भी कार्य असम्भव नही है ऐसे ही अपने सपने को साकार किया है 10 वर्ष के अजय ने। जी हाँ यह वही है जो आज से 4 साल पहले कूड़ा बीनने का कार्य करता था लेकिन अब उसने राजकीय प्राथमिक विद्यालय भारूवाला ग्रांट देहरादून के सरकारी स्कूल में कक्षा चार में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। विदित हो कि अजय की माता जहाँ घरो में झाड़ू लगाने का कार्य करती है तो वही पिता एक स्थानीय होटल में साफ़ सफाई कार्य करते है।
जानकारी हो कि आज से चार वर्ष पहले जरूरतमन्द बच्चो को शिक्षित करने को लेकर कार्य कर रही देहरादून के अपने सपने संस्था के सदस्यों को सड़क कर कूड़ा बीनते हुए अजय मिला था संस्था के सदस्यों ने अजय को शिक्षित करने की बीड़ा उठाया अजय के अभिभावकों को ब मुश्किल समझाने के बाद उसका दाखिला राजकीय प्राथमिक विद्यालय भारूवाला ग्रांट सुभाषनगर देहरादून में किया गया। चार वर्ष के उतार चढ़ाव के दौर में अजय शिक्षित होकर कक्षा 4 में प्रथम स्थान प्राप्त किया। अजय इस कामयाबी को हासिल कर ऐसे अन्य जरूरतमन्द बच्चो के लिए प्रेरणास्रोत बन रहा है। यही नही उस दौर में अपने छोटे भाई सूरज, रतन और बहन चाँदनी का दाखिला सरकारी स्कूल में खुद अजय ने ही कराया।
अजय के इस कठिन परिश्रम पर अपने सपने संस्था अध्यक्ष अरुण कुमार यादव, प्रोजेक्ट हेड नीतू, बद्री, सरिता, अंजलि पोखरियाल, स्वाति जोशी, अभिजीत सावन, उपाध्यक्ष प्रियंका बहल, सचिव हिमांशु शर्मा, विनय गुप्ता, सूरज, उमंग और हिमांशु के साथ साथ राजकीय प्राथमिक विद्यालय देहरादून में कार्यरत अध्यापक प्रशांत सिंह रावत ने खुशी इजहार किया। विदित हो कि अपने सपने एनजीओ विगत चार वर्षों से देहरादून में असहाय एवम जरूरतमंद बच्चों के जीवन शैली एवम उनके शिक्षा पर कार्य करता आ रहा है।
अपने सपने एनजीओ वर्तमान समय में 120 से अधिक जरूरतमन्द बच्चो की शिक्षा और सामाजिक उत्थान में कार्यरत है। अपने सपने एनजीओ द्वारा वर्तमान समय मे प्रोजेक्ट उड़ान, प्रोजेक्ट प्रतिभा, प्रोजेक्ट मुस्कान, प्रोजेक्ट फेस टू फेस, प्रोजेक्ट भूख – हर पेट मे रोटी नामक अभियान चला रहा है। प्रोजेक्ट उड़ान के तहत असहाय एवम जरूरतमन्द बच्चों को अपने सपने संस्था शिक्षित करने का कार्य कर रहा है। प्रोजेक्ट प्रतिभा के अंतर्गत जरूरतमन्द बच्चों को गीत संगीत, आर्ट, स्पोर्ट्स सिखाने का कार्य करता है।
प्रोजेक्ट मुस्कान के द्वारा संस्था हर महीने के अंतिम रविवार को उन प्रत्येक जरूरतमन्द बच्चों का जन्मदिन एक साथ मनाता है जिनका उस माह जन्मदिन होता है। प्रोजेक्ट “फेस टू फेस” पर संस्था झुग्गी झोपड़ियों के बच्चों को हमेशा साफ सुथरा रहने के लिए उनके बालो की कटिंग , कपड़े पहनने के तरीके आदि पर कार्य करता है जिससे ऐसे बच्चे स्वच्छ रहे स्वस्थ्य रहे रूपी सन्देश को सिद्ध कर सके। प्रोजेक्ट भूख-हर पेट मे रोटी के तहत समाज को खाना न बर्बाद करने का सन्देश देने के साथ साथ असहाय एवम जरूरतमन्द लोगो को खाना खिलाने का कार्य कर रहा है।