उत्तराखंड की महिलाओं और युवाओं के हित के लिए हुआ जेसीपी का गठन: भावना पांडे
देहरादून। उत्तराखंड में सत्ता में रही भाजपा और कांग्रेस की सरकारों से परेशान हो चुकी उत्तराखंड की जनता ख़ासतौर से राज्य की महिलाओं और युवाओं को ध्यान में रखते हुए व उनके हितों के लिए जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) का गठन किया गया है। ये कहना है जेसीपी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे का।
मीडिया से एक साक्षात्कार के दौरान भावना पांडे ने कहा कि पिछले 21 वर्षों में राज्य की जनता भाजपा और कांग्रेस जैसे दलों से परेशान हो चुकी है। लोगों को एक अन्य विकल्प की तलाश थी, जनता की इस माँग को लेकर एवँ जनहित के मद्देनजर ही जनता कैबिनेट पार्टी अस्तित्व में आई है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस ने बीते 21 वर्षों में प्रदेश की जनता को सिर्फ छलने का ही काम किया है। उन्होंने कहा कि आज तमाम महिलाएं एवँ बेरोजगार युवा सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं, धरने दे रहे हैं वहीं पहाड़ों में महिलाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है किंतु सरकार इनकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझती।
भावना पांडे कहा कि राज्य की आम जनता के दुःख-दर्द व पीड़ा को दूर करने के लिए वे जनता कैबिनेट पार्टी को लेकर आई हैं। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखंड की बेटी हैं, उत्तराखंड को बचाने आई हैं और इतिहास बनाने आई हैं।
उन्होंने जेसीपी की तैयारियों को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से उन्होंने पार्टी के चुनाव चिन्ह के लिए क्रेन की मांग की थी, जोकि उन्हें मिल गया है। उन्होंने कहा कि अब वे इस क्रेन के सहारे ही विरोधियों को बाहर का रास्ता दिखाएंगी।
उन्होंने कहा कि जिस अवधारणा को लेकर उत्तराखंड राज्य की मांग की गई थी वो सपनों का उत्तराखंड हमें आजतक नहीं मिल पाया। आज भी उत्तराखंड से भारी संख्या में पलायन हो रहा है, पहाड़ों में बिजली, पानी, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं का आज भी अभाव है तथा महिलाओं की हालत दयनीय बनी हुई है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के उद्देश्य को लेकर वे चुनाव मैदान में उतरी हैं।
एक सवाल के जवाब में भावना पांडे ने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता बीजेपी और कांग्रेस को नकार कर जेसीपी को चुनेगी। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जनता कैबिनेट पार्टी उत्तराखंड में तीसरा नहीं बल्कि पहला विकल्प बनकर उभरेगी, जो महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए विशेष रूप से कार्य करेगी।
भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार की नीतियों पर अपने ही अंदाज़ में कटाक्ष करते हुए इन नीतियों को जनविरोधी बताया। साथ ही सरकार द्वारा चलाई गई कुछ योजनाओं को फिजूलखर्ची करार दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का पढ़ा-लिखा युवा रोजगार मांग रहा है किंतु सरकार उसे दरांती और घांस थमा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का ये कदम भाजपा पर बहुत भारी पड़ने जा रहा है। आगामी विधानसभा चुनाव में बेरोजगार युवा भाजपा को सबक सिखाएंगे।
क्षेत्रीय दलों के मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल के पास राज्य हित में कुछ करने का अवसर था किंतु वे कुछ कर नहीं पाई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के क्षेत्रीय दल न तो अच्छे लोगों को ही जोड़ पाते हैं और न ही जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर आगे आ पाते हैं।
उन्होंने कहा कि वे पिछले काफी समय से जनहित के मुद्दों को सामने लाती रहीं हैं साथ ही राज्य के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के हितों के लिए कार्य करती रही हैं। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि उत्तराखंड के हित के लिए राज्य की महिलाओं और युवाओं को एकजुट होना पड़ेगा, तभी राज्य का भला हो पाएगा।