Breaking NewsUttarakhand

यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई धांधली को लेकर जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने फिर खड़े किये सवाल, कही ये बात

देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई धांधली को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े किये हैं।

उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने इस पूरे प्रकरण में राज्य सरकार और प्रशासन को घेरते हुए कहा कि सरकार की नाक के नीचे इतना बड़ा खेल हो गया मगर सरकार व प्रशासनिक अमले को भनक तक नहीं लगी। उन्होंने कहा कि यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में 200 से अधिक अभ्यर्थियों ने पेपर खरीदा था। अब तक की एसटीएफ की जांच में इस बात की पुष्टि हो चुकी है। हर अभ्यर्थी से 10 से 15 लाख रुपये लिए गए थे। कुल मिलाकर करीब 20 से 25 करोड़ रुपये का खेल हुआ।

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने पेपर लीक मामले में धांधली को लेकर नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया है। वहीं पेपर लीक मामले की जांच में अब तक उत्तरकाशी का एक क्षेत्र सबसे ज्यादा चर्चा में आया है। इस क्षेत्र के एक-दो नहीं बल्कि 80 से ज्यादा अभ्यर्थी पास हुए हैं। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि इनमें कुछ ग्राम प्रधान हैं तो कई क्षेत्र पंचायत सदस्य व ग्राम पंचायत सदस्य हैं। बताया जा रहा है कि अधिकतर नकल कर ही इस परीक्षा में पास हुए हैं। कहा जा रहा है कि पेपर इसी क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधि ने उन्हें मुहैया कराया था।

उन्होंने कहा कि यूकेएसएससी की स्नातक स्तर की यह परीक्षा पिछले साल दिसंबर में हुई थी। इसमें पेपर लीक की शिकायतें तो पहले भी आ रही थीं, लेकिन जांच के बाद 22 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ। जांच में पता चला कि नकल कर उत्तरकाशी के इस क्षेत्र के करीब 80 अभ्यर्थी पास हुए हैं। सभी की सूची भी फाइनल होने वाली थी, लेकिन इससे पहले ही मामला खुल गया। अब माना जा रहा है कि परीक्षा रद्द हो सकती है। उन्होंने कहा कि यदि मामला न खुलता तो इस क्षेत्र के हर गली में अफसर होते।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने संदेह जताते हुए कहा कि बिना किसी बड़े मंत्री या अधिकारी की मदद के ये खेल हो पाना मुमकिन नहीं था। उन्होंने इस धांधली में निचले स्तर से ऊपर तक के लोगों की मिलीभगत की ओर इशारा किया है। उन्होंने कहा कि मामले में रोज नईं परते खुल रही हैं और नया खुलासा हो रहा है। जल्द ही पूरा सच सबके सामने होगा। उन्होंने संभावना जताई कि इस खेल के मुख्य खिलाड़ी अब अपनी जान बचाने के लिए ऐड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे होंगे।

जनसेवी भावना पांडे ने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि यदि इसी प्रकार उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में धांधली होती रही तो, प्रदेश के वो युवा जो दिन-रात मेहनत करके परीक्षा की तैयारियों में जुटे रहते हैं उनके भविष्य का क्या होगा? उन्होंने मांग करते हुए कहा कि देवभूमि की छवि धूमिल करने वाले इन गुनहगारों को बख्शा नहीं जाना चाहिए व इस मामले से जुड़े सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए, जिससे इस तरह के अपराध करने वाले लोग के सामने एक नज़ीर पेश हो सके और फिर कभी कोई ऐसा करने की हिम्मत न करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button