जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने की मांग, भर्ती घोटालों की सीबीआई से जांच कराए धामी सरकार
देहरादून। प्रदेश में लगातार सरकारी नौकरियों की भर्तियों में हो रही धांधली पर उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी प्रसिद्ध, जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने एक बार फिर अपना क्रोध जताया है।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में खुलेआम बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है किंतु उत्तराखंड सरकार तमाशबीन बनी हुई है और मामले में अपनी किरकिरी होती देख लीपापोती करने में जुटी हुई हैं।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के भविष्य के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जो युवा सालभर भर्ती परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, भाजपा सरकार उन युवाओं के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि सोचो उन अभिभावकों पर क्या गुज़र रही होगी जो पहाड़ों से अपने बच्चों को देहरादून जैसे शहरों में भेजकर, किराये का कमरा दिलाकर महंगी कोचिंग की फीस इस उम्मीद से भरते हैं कि प्रतियोगी परीक्षाओं में उनका बच्चा अच्छे अंक प्राप्त कर सरकारी नौकरी पर लग जाये। ये सरकार उन अभिभावकों के साथ भी बहुत बड़ा धोखा कर रही है।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने वीडिओ-वीपीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी), विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों, सहकारिता समितियों में हुई भर्ती धांधली व यूके एसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) समेत तमाम भर्ती घोटालों की सीबीआई से जांच कराये जाने की मांग की है।
जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि राज्य गठन के बाद से ही सरकारी नौकरियों की भर्तियों में अनियमितताओं का सिलसिला शुरू हो गया था। यहां पैसे और रसूख वाले लोग अपने चहेतों को आसानी से सरकारी नौकरियां दिलवाते रहे हैं। जिस वजह से राज्य का बेरोजगार युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। यदि इन तमाम भर्तियों की प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच की जाए तो मासूम बेरोजगार युवाओं का हक़ छीनने वाले कईं बड़े-बड़े लोग सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार देने के बड़े-बड़े वादे करने वाली धामी सरकार पिछले दरवाजे से अपने खास लोगों की भर्तियां करवा रही है।
उन्होंने धामी सरकार से मांग करते हुए कहा कि बस बहुत हुआ, ये अन्याय अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार सभी भर्ती घोटालों की सीबीआई से जांच कराए और धांधली से की गई इन सभी भर्तियों को निरस्त कर, दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करे।