जिंदल अौर शरीफ की मुलाकात से पाक में हलचल!
लाहौर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भारत के बड़े स्टील कारोबारी सज्जन जिंदल ने मुलाकात की। ये मुलाकात मरी में स्थित नवाज शरीफ के निवास पर हुई, जो इस्लामाबाद से 45 किलोमीटर दूर है। इस दौरान उन्होंने भारत-पाक के संबंधों में तनाव को लेकर द्विपक्षीय वार्ता पर जोर दिया।
जिंदल-नवाज की इस मुलाकात को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगने लगी। इस मामले में नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज को ट्विटर पर आकर सफाई देनी पड़ी। मरियम ने ट्विटर पर लिखा कि मिस्टर जिंदल प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पुराने दोस्त हैं। इस मुलाकात में कुछ भी गोपनीय नहीं था, इसलिए इसे किसी खास संदर्भ में नहीं देखा जाना चाहिए।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री शरीफ की फैमिली ने जिंदल को इस्लामाबाद एयरपोर्ट पर रिसीव किया जब वे अफगानिस्तान से लौट रहे थे। इसके बाद जिंदल को एक आधिकारिक प्रोटोकॉल के तहत मरी ले जाया गया जहां उन्होंने प्रधान मंत्री के साथ एक घंटे की लंबी बैठक की।
इधर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने दोनों पक्षों की बैठक को लेकर आरोप लगाया कि शरीफ और जिंदल की इस गुप्त बैठक में भारतीय उद्योगपति जिंदल कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश नवाज शरीफ तक लेकर आए थे। बता दें कि कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने मृत्युदंड की सजा सुनाई है।
इस बीच पाकिस्तानी पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता मियां महमूदुर रशीद ने गुप्त बैठक के खिलाफ प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि शरीफ के व्यापारी जिंदल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मरी में एक गुप्त बैठक हुई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी जनता को यह बताया जाना चाहिए कि प्रधानमंत्री का जिंदल के साथ बैठक का क्या उद्देश्य था। पार्टी प्रवक्ता फवाद चौधरी ने भी यह कहा कि प्रधान मंत्री नवाज शरीफ को लोगों को बताना होगा कि उन्हें एक भारतीय व्यापारी के साथ गुप्त बैठक करने की आवश्यकता क्यों महसूस हुई।
ये कहा जाता है कि 25 दिसंबर 2015 में नवाज शरीफ के जन्मदिन और उनकी बेटी के शादी के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के शामिल होने और उनसे मिलने का प्रबंध करने का श्रेय जिंदल को जाता है। भारत में सीमावर्ती आतंकवादी हमलों और जासूसी के आरोप में भारत के कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव है।