Breaking NewsUttarakhand
जिस्म की भूख मिटाने को बनाया मासूम को शिकार, जुर्म छिपाने को उतारा मौत के घाट
देहरादून। राजधानी दून के सहसपुर थाना क्षेत्र में बीते शनिवार को 11 वर्षीय बच्ची के शव को पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस के अनुसार बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। हिरासत में लिए गये आरोपी ने अपना गुनाह कुबूल करते हुए बताया कि उसने अपने जिस्म की भूख मिटाने को मासूम को शिकार बनाया। हवस की आग बुझ जाने पर जब उसे होश आया तो उसे अपने गुनाह का अहसास हुआ। जिसके बाद पकड़े जाने के डर से और अपना जुर्म छिपाने को उसने मासूम का गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते शनिवार 28 जुलाई को थाना सहसपुर पर एक व्यक्ति द्वारा सूचना दी गई कि वह मूल रूप से मध्यप्रदेश का रहने वाला है और विगत तीन माह से अपनी पत्नी व अपनी सबसे छोटी बेटी (उम्र 11 वर्ष) के साथ शिवालिक इंजीनियरिंग कॉलेज सिंघनिवाला में निर्माणाधीन बिल्ड़िंग में मजदूरी करता है। उसकी बेटी दिन में उसके चचेरे भाई के बच्चों के साथ कैंपस में खेल रही थी, जो अचानक गायब हो गई है। वादी द्वारा उन बच्चों से पूछताछ की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि वादी की बेटी व उन दोनों बच्चो को पड़ोस की झोपड़ी में रहने वाला जयप्रकाश तिवारी दोपहर में अपनी झोपड़ी में ले गया था। उन दोनों को दस- दस रुपये देकर बाहर से बिस्कुट लाने के लिए भेज दिया। जबकि उसने वादी की बेटी को अपने पास ही झोपड़ी में रोक लिया था।
पीड़िता के पिता द्वारा जब जय प्रकाश तिवारी से बात की गई तो उसने बताया कि वादी की बेटी भी उन बच्चों के साथ उससे 10 रुपये लेकर चली गई थी। जिसके बाद वादी के साथ जय प्रकाश ने उनकी बेटी को तलाश कराने का नाटक किया। जब कॉलेज के लोगो द्वारा वादी के साथ कॉलेज के गेट के सीसीटीवी कैमरा चेक किया तो केवल वादी के चचेरे भाई के बच्चे बाहर जाते हुए दिखाई दिए लेकिन वादी की बेटी बाहर जाते हुए दिखाई नही दी। जिससे स्पष्ट हो गया कि वादी की बेटी कॉलेज कैंपस में ही है। जब वादी ने अन्य लोगो के साथ जय प्रकाश तिवारी की झोपड़ी की तलाशी ली तो झोपड़ी के एक कोने में वादी की पुत्री का शव ईंट एव सीमेंट के खाली कट्टों के नीचे दबा हुआ मिला। जिसके साथ जय प्रकाश द्वारा गलत काम (बलात्कार) करके व जुर्म छिपाने के मकसद से उसका गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया।
जिसके बाद शव को झोपड़ी में छुपाकर आरोपी मौके से फरार हो गया। इस सूचना पर थाना सहसपुर पर तत्काल अंतर्गत धारा 302/201/376 भादवि एवं 5/6 पोक्सो एक्ट में जय प्रकाश तिवारी के खिलाफ अभियोग दर्ज किया गया। पुलिस टीम द्वारा मौके से आवश्यक भौतिक साक्ष्य एकत्रित किये गए और मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हेतु भेजा गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष सहसपुर द्वारा अपनी टीम के साथ त्वरित कार्यवाही करते हुए रविवार तड़के सुबह 2.00 बजे तिमली के पास से अभियुक्त जयप्रकाश तिवारी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
जब आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कुबूल करते हुए पुलिस को बताया कि वह शादीशुदा है और उसके दो बच्चे है। उसकी पत्नी उसके बच्चों के साथ गावँ में ही रहती है। वह लगभग 6 महीने से अपनी पत्नी से दूर रह रहा था, जिस पर उसने कॉलगर्ल के पास जाने की भी सोची लेकिन उतने पैसे न होने के कारण वह नही जा सका। इसलिए उसने मासूम बच्ची को अपना टारगेट बनाया और अपनी सोची समझी साजिश के तहत कल बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया। हवस की आग ठंडी होने पर उसे अपने जुर्म का अहसास हुआ। जिसके बाद अपने पाप को छिपाने के लिए उसने बच्ची का गला दबाकर हत्या कर दी और उसका शव अपनी झोपड़ी में ही कट्टों से दबा दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी शातिर अंदाज में रात होने का इंतजार करने लगा ताकि शव को ठिकाने लगा सके, लेकिन जब उसके परिजन बच्ची की तलाश करने लगे तो वह डर गया और वहाँ से फरार हो गया।