Breaking NewsNational

केजरीवाल की माफी से आम आदमी पार्टी में आया सियासी भूचाल

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा लिखित माफी मांगने के बाद अब उनकी मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। उनके माफीनामे को लेकर अब आम आदमी पार्टी के भीतर सियासी भूचाल आ गया है। शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ लगाए ड्रग रैकेट के आरोपों को वापस लेने के मसले पर भगवंत मान ने शुक्रवार (16 मार्च) सुबह पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं, आप की ओर से राज्यसभा में नहीं भेजे जाने से खफा चल रहे नेता और जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने इस बाबत थूक कर चाटने वाला एक ट्वीट किया है।

चार पंक्तियों में विश्वास ने कहा कि हम उस पर क्या थूकें, जो खुद थूक चाटने में माहिर हो। इसके अलावा पार्टी के दो विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। कंवर सिंह संधू और सुखपाल सिंह खैरा का इस संबंध में कहना है कि केजरीवाल के इस फैसले ने उन लोगों को निराश किया है। वे दिल्ली के सीएम की ओर से मांगी गई लिखित माफी के बाद हैरान हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर केजरीवाल ने ऐसा क्यों किया।

आपको बता दें कि केजरीवाल ने गुरुवार (15 मार्च) को पंजाब शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व कबीना मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर लगाए ड्रग्स धंधे में लिप्त होने के आरोपों पर माफी मांगी है। सीएम ने इस बाबत चिट्ठी लिखी और कहा, “मजीठिया के खिलाफ बीते दिनों मैंने कुछ आरोप लगाए थे। वे बयान राजनीतिक मुद्दा बनाए गए। अब मुझे पता लगा है कि वे सब आरोप बेबुनियाद हैं। ऐसे में इन मसलों पर राजनीति न हो।” गुरुवार को यह माफीनामा अदालत में भी दाखिल किया गया। शुक्रवार (16 मार्च) को इसी मसले पर लोगों ने दिल्ली के सीएम को निशाने पर लेते हुए ट्रोल किया।

विश्वास ने इसी बाबत गुरुवार को एक ट्वीट किया। लिखा, “एकता बांटने में माहिर है। खुद की जड़ काटने में माहिर है। हम क्या उस शख्स पर थूकें जो खुद, थूक कर चाटने में माहिर है।”  विधायक कंवर संधू ने कहा, “केजरीवाल की मजीठिया से मानहानि के मामले में माफी लोगों को निराश करती है। खासकर पंजाब की जनता को। अगर आप सच के साथ खड़े हैं तो मानहानि के मामले झेलना जीवन का हिस्सा है। मैं भी मानहानि का मामला झेल रहा हूं। अंत तक इससे लड़ेंगे।” एमएलए सुखपाल सिंह बोले, “मैं केजरीवाल के माफी मांगने की टाइमिंग को समझ नहीं पा रहा हूं। वह भी ऐसे वक्त में जब एसटीएफ और पीबी हाईकोर्ट से कह चुके हैं कि मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ठोस सबूत हैं। हम उनके इस कदम से हैरान और निराश हैं।”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button