खेतों में काम करने को मजबूर है आईपीएल खेल चुका ये खिलाड़ी
नई दिल्ली। क्रिकेट जगत की अगर बात करें तो इस खेल की सबसे लोकप्रिय लीग आईपीएल ने कई खिलाड़ियों की किस्मत बदल कर रख दी। इस लीग में अपनी प्रतिभा के दम पर कई चेहरों ने पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया है और कई खिलाड़ियों को तो अपने देश के लिए खेलने का मौका भी मिला। आईपीएल के हर सीजन में रोमांच के साथ-साथ एक खास बात होती है कि एक नया चेहरा जरूर धमाल मचाता है जिसे देखकर फैंस के साथ-साथ दिग्गज भी मानते हैं कि ये खिलाड़ी आने वाले समय में क्रिकेट का एक नया सितारा होगा लेकिन किस्मत की जादूगरी कहें या फिर वक्त का सितम की कई बार वो खिलाड़ी धीरे-धीरे लोगों की नजरों से दूर होता जाता है और करियर के साथ-साथ उसके उज्ज्वल भविष्य के सपने भी अधर में ही रह जाते हैं। यूं तो इस तरह की कहानियां खेल जगत में आम हैं लेकिन आज बात करेंगे कभी राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा रहे कामरान खान की। इस गेंदबाज ने भी अपने शुरुआती दिनों में खूब सनसनी मचाई लेकिन आज खेतों में काम करने को मजबूर हैं।
जब किसी खिलाड़ी को अपनी प्रतिभा पर भरोसा हो और सपनों को हकीकत बनाने की जिद उसपर सवार हो तो अड़चनें उसका रास्ता नहीं रोक सकती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ था उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रहने वाले कामरान के साथ भी। पढ़ाई बीच में ही छोड़कर कामरान ने खेल जगत में अपना करियर बनाने के लिए मुंबई को अपना दूसरा घर बनाया और एक छोटे से कमरा किराए पर लेकर अपना सफर शुरू किया। लगभग एक साल बाद इस खिलाड़ी को मुंबई में पुलिस क्लब से खेलने का मौका मिला और वहीं से कामरान की किस्मत पलट गई। एक मैच में उन्होंने जब 4 विकेट झटके तो राजस्थान रॉयल्स के कुछ दिग्गजों की नजर इस खिलाड़ी पर पड़ी और उन्होंने कामरान को आईपीएल तक का सफर तय कराया।
कामरान की खास बात थी कि वो यार्कर के लिए मशहूर थे और 140 किमी/ प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालते थे। राजस्थान ने उन्हें 2009 में अपनी टीम में शामिल किया। इस गेंदबाज ने इस सीजन 9 मैचों में 9 विकेट लिए। लेकिन जिस अंदाज में इन्होंने गेंदबाजी की उसे देखकर इस खिलाड़ी के भविष्य की अटकलें भी तेज हुई। एक अहम मैच में शेन वार्न ने उन्हें सुपर ओवर में गेंद थमाई थी जिसमें खिलाड़ी ने क्रिस गेल जैसे दिग्गज खिलाड़ी को आउट करके मैच अपनी टीम की झोली में डाल दिया, इस मैच ने रातों रात कामरान को स्टार बना दिया। शेन वार्न इस गेंदबाज को काफी सराहते थे।
इस गेंदबाज के एक्शन पर भी काफी सवाल उठे लेकिन जांच में इनके एक्शन को संदिग्ध नहीं पाया गया लेकिन कामरान का करियर जरूर थम सा गया। 2010 में राजस्थान की टीम ने कामरान को रिलीज कर दिया तो 2011 में पुणे ने उनपर दांव लगाया लेकिन 2012 में उन्हें इस टीम से भी बाहर कर दिया गया। कामरान ने कभी रणजी मैच नहीं खेले हैं लेकिन सैयद अली मुश्ताक ट्राफी में इस खिलाड़ी ने जलवे जरूर बिखेरे हैं। हालांकि खबरों की माने तो अब ये खिलाड़ी गुमनामी की जिंदगी जी रहा है और खेतों में काम करने को मजबूर है। हालांकि कामरान को उम्मीद है कि वो फिर से मैदान पर वापसी करेंगे।