पिछले साल की तरह, इस साल भी लोगों के बीच युवा नेता नरेंद्र प्रसाद आगरी
अल्मोड़ा। पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचाया है आए दिन कोई ना कोई दुखद खबर सुनने को मिल रही है। वही कोरोना की मार पहाड़ों के गांव तक भी पहुंच चुकी है। बात करें अगर उत्तराखंड के गांव की तो गांव में भी कोरोना तेज़ी से फैल रहा है और कई लोग बुखार से पीड़ित हैं लोगों के मन मे डर का माहौल है और लोग जान बचाने के लिए घरों से बाहर नही निकल रहे हैं। सरकार भी लोगों से बार-बार घर के अंदर रहने की अपील कर रही है।
लेकिन इस समय भी कई युवा लोग हैं जो इस महामारी में अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को जागरूक कर रहे हैं। क्योंकि इस समय गांव के लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है। ऐसे ही एक युवा नेता नरेंद्र प्रसाद आगरी है, नरेंद्र प्रसाद आगरी जिला मंत्री हैं भारतीय जनता पार्टी के और क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं धौलादेवी विकासखंड में। नरेंद्र प्रसाद आगरी को जब पता चला की उनके क्षेत्र सैला, मनियागर, मैचून और तोली के आसपास कई परिवार इस समय बुखार की चपेट में है और 2 लोगों की इसी बुखार की वजह से जान जा चुकी है। तो उनको अंदेशा हो गया कि अगर गांव के लोगों को इस समय जागरूक नही किया गया तो कई और लोग इस बिमारी की चपेट में आकर अपनी जान गवां सकते हैं।
उन्होंने लोगों को जागरूक करने का ना केवल बीड़ा उठाया बल्कि नरेंद्र प्रसाद आगरी पूरे गांव को सैनिटाइज करवा कर लोगों के घरों में जाकर मास्क भी बांट रहे हैं, वो भी अपने निजी खर्च पर और जल्दी ही क्षेत्र में उनके प्रयासों से मेडिकल चैकअप कैंप भी लगने जा रहा है। नरेंद्र प्रसाद का कहना है कि इस समय सबसे ज्यादा जरूरी है कि इस बीमारी के प्रति गांव के लोगों को जागरूक किया जाए कि कैसे हम मास्क लगाकर और दूरी बनाकर इस बीमारी से बच सकते हैं।
आपको बता दें कि नरेंद्र प्रसाद आगरी ने पिछले साल लगातार अपने क्षेत्र में लोगों को जागरूक किया था और मनियागर गांव में अपने पैसों से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाकर बाहर से आ रहे लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रहने के लिए जागरूक किया था। यही वजह थी कि पिछली बार जो भी लोग बाहर के शहरों से आ रहे थे वह क्वारंटाइन सेंटर में रहने के बाद ही गांव में अपने घरों को जा रहे थे। इस बार भी नरेंद्र प्रसाद आगरी लोगों को जागरूक कर रहे हैं ताकि इस बिमारी से बचा जा सके। ऐसे युवा नेता को दिल से सलाम।