लॉक डाउन की वजह से एफआरआई में हुई रसोई गैस और राशन की किल्लत, बाद में हुई आपूर्ति
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) परिसर में कोरोना के मरीज सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने पूरे परिसर को लॉक डाउन कर दिया है। वहां से न तो किसी को बाहर आने दिया जा रहा है और न ही अंदर। आवाजाही बंद होने के कारण वहां राशन, घरेलू गैस और अन्य चीजों की किल्लत महसूस होने लगी।
जिसके बाद शनिवार को गैस और राशन लेने के लिए लोगों की लंबी कतारें लग गयी। इसकी शिकायत सामने आने के बाद राशन और अन्य सामग्री की कमी लोगों को न करनी पड़े। इसके लिए संस्थान की मांग पर जिला प्रशासन ने वहां पर्याप्त मात्रा में राशन और अन्य सामग्री वहां पहुंचायी।
डीएसओ जेएस कंडारी ने बताया कि एफआरआई की मांग पर संस्थान को दो क्विंटल चावल, दो क्विंटल 40 किलो आटा, 90 किलो दालें, 50 किलो नमक, 100 लीटर खाद्य तेल, चायपत्ती, मसाले, वाशिंग पाउडर, साबुन, आलू, प्याज, टमाटर, लहसुन, अदरक, सब्जी, फल आदि उपलब्ध करा दिए गए है। डीएसओ ने बताया कि यह सामग्री एफआरआई के सुरक्षा अधिकारी श्याम सिंह चौहान के सुपुर्द कराया गया है।
इसके साथ ही वहां के 73 उपभोक्ताओं को रसोई गैस भी उपलब्ध करा दी गई है। कहा कि संस्थान के लिए 20 अतिरिक्त सिलिंडरों की भी व्यवस्था की गई है। ताकि आवश्यकता पड़ने पर सिलिंडर दिए जा सकें। यह सब जिलाधिकारी के आदेश के बाद किया गया है।
वहीं इंदिरा गांधी नेशनल फॉरेस्ट अकैडमी के छात्रावासों में कोरेन्टीन में रखे गए कई ट्रेनई आईएफएस अधिकारियों के एफआरआई गेट से बाहर निकलने कि फर्जी सूचना पर हड़कंप मच गया। लेकिन जब एकेडमी के अधिकारियों ने अपने स्तर से जांच की तो पता चला कि कोई भी अधिकारी बाहर नहीं है। सूचना गलत पाए जाने पर एकेडमी के अधिकारियों ने सुरक्षाकर्मियों की जमकर क्लास ली।