माघ पूर्णिमा स्नान आज, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
हरिद्वार। माघ पूर्णिमा स्नान पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। इसके लिए हरकी पैड़ी की प्रबंधकारिणी संस्था श्री गंगा सभा के अलावा पुलिस की ओर से सुरक्षा को लेकर व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
बढ़ते कोविड संक्रमण को देखते हुए प्रशासन की ओर से 14 जनवरी मकर संक्राति स्नान पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसके चलते गंगा स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय निवासियों को मायूस होना पड़ा था। बॉर्डर आदि से बड़ी संख्या में श्रद्धालु लौटा दिए गए थे।
बुधवार को माघ पूर्णिमा स्नान पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। लिहाजा गंगा सभा के अलावा पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा और कोविड गाइड लाइन का पालन कराने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हाईवे पर जाम आदि की स्थिति से निपटने को भी तैयारी की गई है।
जानिए क्या है माघी पू्र्णिमा का शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि 15 फरवरी की रात्रि 9:42 से शुरू हो गई है, जो 16 फरवरी की रात्रि 10:25 पर समाप्त होगी। पदम् पुराण में माघ स्नान का महत्व बताया गया है। श्रद्धालु राशि के अनुसार दान करें तो इसका विशेष लाभ मिलेगा।
माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का काफी महत्व है। मान्यता है कि इस दिन गाय, तिल, गुड़, कपास, घी, लडडू , फल, अन्न एवं कंबल के दान करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए। पितरों का श्राद्ध भी करना चाहिए।
ये भी मान्यता है कि माघ पूर्णिमा पर प्रात काल स्नान करने से रोगों का नाश होता है। दान करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली तमाम बाधाएं दूर होती हैं। देवताओं का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही मोक्ष मिलता है।