महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता हैः इमरान अहमद
देहरादून। देश के भीतर तेजी से बदलते माहौल और समाज में बढ़ते अपराधों ने आज सोचने को मजबूर कर दिया है। जिसके चलते हमें मानवाधिकारों के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। ये कहना है ह्यूमन राईट्स जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान अहमद का।
मीडिया को दिये गये अपने बयान में उन्होंने मानवाधिकारों को जिक्र करते हुए कहा कि आज माहौल बदल चुका है। देश में तेजी से अपराध पनप रहा है, खास तौर पर महिलाओं के विरूद्ध। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ देश में आज घरेलु हिंसा से लेकर यौन उत्पीड़न, अपहरण, बलात्कार और हत्या जैसे जघन्य अपराध घटित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कई मामलों में महिलाएं जागरूकता के अभाव में चुप्पी साध लेती हैं और अपने साथ घटित होने वाली वारदातों का विरोध तक नहीं करती हैं। जबकि उनकी सुरक्षा के लिए देश में कई कानून बनाये गये हैं। ऐसे में अपराधियों के हौसले बुलन्द होते हैं और वे अधिक से अधिक अपराध करने पर आमादा हो जाते हैं।
इमरान अहमद ने सुझाव देते हुए कहा कि दरअसल महिलाओं की ये चुप्पी ही अपराध को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब महिलाओं को अपनी चुप्पी तोड़कर जुल्म के खिलाफ आवाज उठानी होगी। साथ ही उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की भी आवश्यकता है जिससे कोई उनका शोषण एवं उनके अधिकारों का हनन न कर सके।