महबूब ने कहा-कश्मीर में पैदा हो सकते हैं कई और सलाउद्दीन
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने केन्द्र को खुली धमकी दी है और कहा है कि अगर दिल्ली द्वारा पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की जाती है तो कई सलाउद्दीन और यासीन मलिक पैदा होंगे। बीजेपी के साथ जम्मू-कश्मीर में सत्ता की साझेदारी खत्म होने के बाद महबूबा का पहली बार इतना तल्ख बयान आया है। महबूबा ने कहा, “इस दिल्ली ने 87 की तरह यहां के आवाम के वोट पर डाका डाला…अगर इस किस्म की कोई तोड़ फोड की कोशिश की गई तो मैं समझती हूं…जिस तरह 1987 में एक सलाउद्दीन और एक यासीन मलिक ने जन्म लिया…अगर आज उन्होंने किसी किस्म की…दिल्ली के बगैर को तोड़-फोड़ मुमकिन नहीं है…मेरी जमात एकजुट है…घरों में समस्याएं होती है उसको सुलझाया जा सकता है…मगर दिल्ली ने किसी तरह से इसमें दखल दिया तो मैं समझती हूं कि 1987 की तरह दिल्लीवालों ने फिर से पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की तो इसके नतीजे बहुत खतरनाक होंगे।”
बता दें कि बीजेपी द्वारा पीडीपी का साथ छोड़े जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पीडीपी में बगावत शुरू हो गई है। बागी विधायकों ने कहा है कि पीडीपी अब फैमिली डेमोक्रेटिक पार्टी बन गई है। इन नाराज विधायकों में जावेद बेग, अब्दुल मजीद, यासिर रेशी, इमरान अंसारी, आबिन हुसैन अंसारी और मोहम्मद अब्बास शामिल हैं। यासिर रेशी को पीडीपी ने बर्खास्त भी कर दिया है। पिछले महीने 19 जून को बीजेपी ने पीडीपी पर कई आरोप लगाते हुए जम्मू कश्मीर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। इस वक्त जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लगा है।
सैयद सलाउद्दीन का इतिहास : सैयद सलाउद्दीन घाटी का कुख्यात आतंकी है। पाकिस्तान की सरपरस्ती में वह जम्मू-कश्मीर में विध्वसंक गतिविधियों को अंजाम देता रहता है। वह सेना पर भी हमले करवाता रहता है। अमेरिका ने भी सलाउद्दीन को ग्लोबल आतंकी घोषित कर रखा है। सलाउद्दीन ने 1987 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। लेकिन वो चुनाव हार गया था। उसका दावा है कि चुनाव में धांधली की गई और उसे धोखा दिया गया है। इसके बाद सलाउद्दीन भारत के खिलाफ हिंसक गतिविधियों में शामिल हो गया।