मौसम विभाग का अलर्ट, उत्तराखंड में हो सकती है बारिश और बर्फबारी
नई दिल्ली। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड में मौसम का पूर्वानुमान लगाया है। मौसम विभाग के मुताबिक, 7 और 8 फरवरी को उत्तराखंड में शुष्क मौसम के रहने की संभावना है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण उत्तराखंड के उत्तरी हिस्से में 9 फरवरी की शाम से लेकर 10 फरवरी तक मौसम बिगड़ सकता है और जिसकी वजह से इलाके में हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।
चमोली में ग्लेशियर ढहने से अब तक 10 की मौत
उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई विकराल बाढ़ के कारण हिमालय की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी तबाही मची है। ग्लेशियर फटने से अबतक 10 लोगों की मौत हो गई है। 150 लोगों के लापता होने की आशंका है।
तबाह हुआ ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट
चमोली जिले में एवलांच के बाद ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया है, जबकि धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया, जिससे गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। जब यह हादसा हुआ, तब दोनों प्रोजेक्ट पर काफी संख्या में मजदूर कार्य कर रहे थे।
150 लोगों की मौत की आशंका, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
उत्तराखंड में तबाही पर ITBP के डीजी ने कहा कि तपोवन NTPC प्लांट से करीब 10 शव बरामद किए गए हैं। उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने हादसे में 150 लोगों की मौत की आशंका जताई है। चमोली पुलिस ने बताया कि पानी का बहाव कर्णप्रयाग पहुंच गया है, नदी का जल स्तर सामान्य है और आपदा प्रभावित जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
सीएम त्रिवेंद्र ने किया चमोली का दौरा, लोगों से की धैर्य रखने की अपील
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। त्रिवेंद्र सिंह रावत जोशीमठ पहुंचे और उन्होंने यहां घटनास्थल का मुआयना किया और पूरी जानकारी ली। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, आप सभी धैर्य बनाए रखें। लोगों की मदद के लिए जो भी जरूरी कदम हैं वो सरकार उठा रही है। रावत ने कहा, अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
आईटीबीपी राहत बचाव काम में जुटी
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने दिल्ली में कहा, तपोवन के परियोजना स्थल प्रभारी तथा स्थानीय प्रशासन के मुताबिक बैराज पर काम कर रहे 100 से ज्यादा लोगों और एक सुरंग में काम कर रहे 50 से अधिक लोगों के मारे जाने या लापता होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि अभी बचाव काम में आईटीबीपी के 250 से अधिक जवान लगे हैं। पांडे ने कहा कि सुरंग में करीब 16-17 श्रमिक सुरक्षित हैं और उन्हें बचाने के लिए बचाव दल मलबा हटा रहे हैं।
श्रीनगर से अब नदी का बहाव सामान्य- डीजीपी
उत्तराखंड के डीजीपी ने कहा, श्रीनगर से अब नदी का बहाव सामान्य हो गया है। देवप्रयाग और निचले इलाकों के लोगों के लिए अब ख़तरे की बात नहीं है। पुलिस राहत बचाव तेज़ी से कर रही है। डीजी ITBP सुरजीत सिंह देसवाल ने कहा, ऋषिकेश से 13-14 किलोमीटर की दूरी पर तपोवन डैम है, जहां पर पानी इकट्ठा हुआ है। तपोवन डैम के सुरंग में काम चल रहा था जिसमें 20-25 लोग फंसे हुए हैं। ITBP की टीम वहां बचाव कार्य कर फंसे हुए लोगों को बचाने का काम कर रही है।