यमदूत को चकमा देकर देवदूत बन पहुंची पुलिस, जानिए पूरा मामला
पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो फ्लैट का दरवाजा बंद था, हालांकि पड़ोसियों से पूछताछ के बाद उन्हें उस फ्लैट की चाभी मिल गई।
मुंबई। महाराष्ट्र के ठाणे में पुलिस की मुस्तैदी से एक युवक की जान बच गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, डिप्रेशन का शिकार यह युवक फांसी के फंदे से लटकने ही वाला था कि पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसे नीचे उतार लिया। पुलिस ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कंट्रोल रूम को एक कॉल आई थी जिसमें बताया गया कि 26 साल का विबोध दत्ताराम जाधव नाम का युवक आत्महत्या की कोशिश कर रहा है।
पुलिस को बंद मिला था युवक का प्लैट
पुलिस को युवक की लोकेशन अग्रसेन टावर की पांचवीं मंजिल पर स्थित 504 नंबर रूम बताई गई थी। कंट्रोल रूम को जैसे ही इस बारे में जानकारी मिली, उसने इलाके में पट्रोलिंग कर रही टीम को अलर्ट कर दिया। संयोग से इलाके में गश्त लगा रही पुलिस की टीम को फ्लैट तक पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। जब पुलिस वहां पहुंची तो फ्लैट का दरवाजा बंद था, हालांकि पड़ोसियों से पूछताछ के बाद उन्हें उस फ्लैट की चाभी मिल गई।
बस फांसी से लटकने ही वाला था युवक
पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा खोला ही था कि सामने युवक फांसी से बस लटकने ही वाला था। उसे तुरंत पकड़कर उसके गले से रस्सी निकाली गई और नीचे उतारा गया। इस तरह कहा जा सकता है कि पुलिस यमदूतों को चकमा देते हुए देवदूतों की तरह जाधव के पास पहुंच गई। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि जाधव काफी पढ़ा-लिखा है और जॉब न होने की वजह से डिप्रेशन में था।
सत्संग में गए थे पिता, ड्यूटी पर थी मां
पूछताछ में पता चला कि घटना के समय जाधव के पिता सत्संग में गए थे जबकि उसकी मां अपनी ड्यूटी के सिलसिले में मुंबई में थी। घटना के समय जाधव घर में अकेला ही था और उसने दरवाजा अंदर से लॉक किया हुआ था। लेकिन उसके घर की चाभी एक पड़ोसी के घर मिलने की वजह से ठाणे की राबोडी पुलिस मौके पर समय से पहुंच पाई जिससे उसकी जान बच गई।