मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक बैठक करेंगे जिनपिंग
नई दिल्ली। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में भारत आने वाले हैं। चेन्नई के पास महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंगके बीच दूसरी बार अनौपचारिक बैठक होगी। इससे पहले चीनी अफसरों ने कहा था कि इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कश्मीर मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं होगी। मोदी और जिनपिंग क्या चाहते हैं, ये बात उन्हीं पर छोड़ देना चाहिए। पिछले साल अप्रैल में चीन के वुहान में मोदी और जिनपिंग के बीच पहली अनौपचारिक बैठक हुई थी।
इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा था, ‘‘मुझे नहीं लगता है कि कश्मीर इस मुलाकात के एजेंडे में शामिल होगा, क्योंकि यह एक अनौपचारिक शिखर सम्मेलन होगा। हम कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दे के रूप में देखते हैं। हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण और शांतिपूर्ण बातचीत से इस मुद्दे को हल कर लिया जाएगा।’’
चीन ने पाकिस्तान के सहयोग से पिछले महीने कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में गुप्त बैठक बुलाई थी। इसमें चीन समेत सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य (पी 5) और 10 अस्थायी सदस्य शामिल हुए थे, लेकिन यह बैठक बिना किसी परिणाम के ही समाप्त हो गई थी। तब ज्यादातर देश भारत के साथ खड़े रहे थे।
वुहान में मोदी ने जिनपिंग को भारत आने का न्योता दिया था। साथ ही कहा था कि दोनों देशों के बीच अनौपचारिक बैठक की परंपरा बन जाए तो मुझे खुशी होगी। कश्मीर मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच थोड़ी खटास जरूर आई है। लेकिन, उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान दोनों देशों के नेता आपसी सहयोग को बढ़ाने पर जोर देंगे।