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मोदी सरकार ने देश की जनता को दिया ये बड़ा झटका

नयी दिल्ली। मोदी सरकार ने एक बार फिर लोगों को झटका दे दिया है। सरकार ने 8 महीने में तीसरी बार जमा पर ब्याज दरों में कटौती कर दी है। केंद्र सरकार ने पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (पीपीएफ), किसान विकास पत्र (KVP), सुकन्या समृद्धि स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और टाइम डिपॉजिट प्लान्स में 20 बेसिक पॉइन्ट्स की कटौती कर दी है। यह अप्रैल से अब तक तीसरी बार कटौती की गई है।

यह कटौती जनवरी से लागू हो जाएंगी। वहीं अप्रैल 2018 में इनका रिव्यू किया जाएगा। सीनियर सिटीजन्स को इसमें छूट दी गई है। पांच वर्षीय वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दर 8.3 प्रतिशत ही है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। केवीपी पर मिलने वाली ब्याज दर को 7.5 फीसदी से घटाकर 7.3 फीसदी कर दिया गया है। एक साल तक के फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज को 6.8 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया गया है। वहीं 2 साल के फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज दर को 6.7 फीसदी कर दिया गया है।

पांच साल के नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट प्लान में 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। सुकन्या समृद्धि खाते पर कटौती के बाद ब्याज 8.1 फीसदी की दर से मिलेगा। इसके अलावा 5 साल के रेकरिंग डिपॉजिट पर अब 7.1 फीसदी के बजाय 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। वहीं एक से पांच साल तक के डिपॉजिट पर 6.6 से 7.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। पांच साल के मंथली इनकम अकाउंट पर ब्याज अब 7.3 फीसदी की दर से मिलेगा। वहीं ईपीएफ पर अब केवल 8.65 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा।

किसान विकास पत्र को छोड़कर बाकी विभिन्न योजनाओं का इस्तेमाल बचत के साथ टैक्स बचाने में होता है। इन योजनाओं को सबसे सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि मूल रकम और तय ब्याज की गारंटी सरकार देती है। ये योजनाएं मुख्य रुप से डाकघरों में उपलब्ध है, लेकिन कई बैंकों में आप पीपीएफ खाता भी खुलवा सकते हैं। छोटी बचत योजनाओं पर हर तीन महीने के लिए ब्याज दर तय किया जाता है और इसके लिए समान अवधि के सरकारी बांड पर ब्याज दर को आधार बनाया जाता है।

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