मॉस्को में बर्फबारी ने 61 साल का रिकॉर्ड तोड़ा

मॉस्को। बर्फीले तूफान से रूस में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मॉस्को में तो बर्फबारी का 61 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। यहां एक दिन में 2 फीट (62 सेंटीमीटर) बर्फबारी हुई है। इससे पहले एक दिन में सबसे ज्यादा 38 सेमी बर्फ बर्फबारी 1957 में पड़ी थी। बर्फबारी की रफ्तार बीते 100 साल में सबसे ज्यादा है। हालात से निपटने के लिए सेना की दो बटालियन और 100 इंजीनियरों की टीम तैनात कर दी गई हैं।
230 फ्लाइट प्रभावित, एक युवक की मौत :
गवर्नर सर्जेई सोबियानिन ने मॉस्को में इमरजेंसी घोषित कर दी है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर करीब 270 उड़ानें बाधित हुई। 60 फ्लाइट्स रद्द हो गई हैं। सड़कों पर 2000 से ज्यादा पेड़ गिरने से 53 हादसे हुए हैं। इन हादसों में एक युवक की मौत हो गई है। 25 लोग जख्मी हैं। हादसों के कारण 5200 लोग वाहनों में फंसे हैं।
70 हजार घरों में बिजली गुल, थर्मामीटर टूटे :
मॉस्को समेत चार शहरों में 70 हजार घरों में बिजली गुल हो गई है। यकुतिया रीजन में तो पारा अभी भी 50 डिग्री के नीचे है। अत्यधिक सर्दी के कारण थर्मामीटर टूट तक गए हैं। मॉस्को में पारा माइनस 12 डिग्री हो गया है। कैथेड्रल में रेड स्क्वायर समेत अन्य मार्गों पर बर्फ बिछने से लोगों को पैदल चलने तक में परेशानी हुई।
बर्फ हटाने में रूस के पश्चिमी कमान के जवान जुटे हुए हैं। सड़कों से 12 लाख घन मीटर बर्फ हटाई गई। बर्फ के तूफान की रफ्तार 50 किमी दर्ज की गई। इससे पारा गिरा। 15 दिन पहले भी ऐसे ही हालत बन गए थे।