नागरिकता कानून के विरोध में देश के कईं हिस्सों में प्रदर्शन, रोकीं ट्रेनें, फूंकी बस
नई दिल्ली। नागरिकता कानून के विरोध में गुरुवार को वामदलों और मुस्लिम संगठनों ने कर्नाटक, बिहार समेत देश के अन्य राज्यों में बंद बुलाया। इस दौरान बिहार के पटना, दरभंगा समेत कुछ शहरों में माकपा कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। उधर, दिल्ली में धारा 144 के बावजूद प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित समेत कई लोग हिरासत में लिए गए। माकपा कार्यकर्ताओं को मंडी हाउस से जंतर-मंतर लाया गया।
डीएमआरसी ने एहतियातन राजधानी के 19 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए। कर्नाटक में 21 दिसंबर तक निषेधाज्ञा लागू रहेगी। बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में ले लिया। तेलंगाना के हैदराबाद में भी 50 लोग हिरासत में लिए गए। वहीं, उत्तर प्रदेश के संभल में प्रदर्शनकारियों ने एक बस में आग लगा दी।
राज्यों में हालात:
दिल्ली
- लालकिला के आसपास धारा 144 लागू होने के बाद भी भारी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हो गए। पुलिस ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद समेत कई लोगों को हिरासत में लिया। डीएमआरसी ने 19 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए।
- पुलिस की बेरिकेडिंग के कारण दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर 10 किलोमीटर लंबा जाम, कई गाड़ियां फंसीं। जामिया और सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया।
- ट्रैफिक जाम में कई एयरलाइंस के क्रू मेंबर्स फंस गए, जिसकी वजह से 16 उड़ानों में देरी हुई। इंडिगो को 19 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- मौजूदा वक्त में देशभर में कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो चुकी है। केंद्र से अपील करता हूं कि नागरिकता कानून को वापस लें और युवाओं को रोजगार दें।
बिहार
- नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन हुआ। माकपा कार्यकर्ताओं ने पटना, दरभंगा और खगड़िया में ट्रेनें रोकीं। जहांनाबाद में नेशनल हाईवे 10 और एनएच 83 को जाम कर दिया।
- आरपीएफ ने पटना जंक्शन समेत राज्य के सभी स्टेशनों पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया। प्रदर्शनकारियों ने एक एंबुलेंस में तोड़फोड़ की। इस बंद को कांग्रेस, रालोसपा और अन्य दलों ने समर्थन दिया है।
कर्नाटक
- कलबुर्गी में लेफ्ट और मुस्लिम संगठनों ने काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया। बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में लिया।
- बेंगलुरु, कलबुर्गी, दक्षिण कन्नड़ और उसके आसपास के जिलों में अगले तीन दिन (21 दिसंबर रात तक) धारा 144 लागू रहेगी। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा- इस प्रदर्शन और बंद के पीछे कांग्रेस का हाथ है।
तेलंगाना
- हैदराबाद में चार मीनार इलाके से 50 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने कहा कि शहर में किसी तरह से प्रदर्शन की अनुमति नहीं है।
पश्चिम बंगाल
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज कोलकाता में नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में रैली करेंगी। लेफ्ट संगठनों ने भी बंद के दौरान प्रदर्शन किया। बुधवार को कानून के समर्थक और विरोधियों में झड़प हुई थी।
महाराष्ट्र
- मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में 4 बजे से प्रदर्शन होगा, जिसमें अभिनेत्री स्वरा भास्कर, अभिनेता फरहान अख्तर के शामिल होने की चर्चा है। मालेगांव, नासिक, जलगांव और मनमांड और अमरावती में भी बंद बुलाया गया है।
- इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से चर्चा की। उन्होंने नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
उत्तर प्रदेश
- सुरक्षा के मद्देनजर सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। एहतियातन 3 हजार लोगों को पाबंद किया गया है। पुलिस ने 65 लोगों को गिरफ्तार किया है। लखनऊ विधानसभा के पास एक मेट्रो स्टेशन को बंद किया गया।
- संभल में प्रदर्शनकारियों ने एक बस को आग लगा दी। लखनऊ के ठाकुरगंज और हसनगंज में 6 जगहों पर हिंसा हुई। लखनऊ में मधेगंज चौकी के पास तीन बाइक फूंकी गईं।
- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत 20 से ज्यादा नेताओं को हिरासत में लिया गया है। साथ ही, सपा के यूथ विंग के भी गई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।
तमिलनाडु
- चेन्नई में 300-400 लोगों ने प्रदर्शन किया। इसमें संगठनों, कार्यकर्ताओं और श्रीलंकाई शरणार्थियों ने हिस्सा लिया। अभिनेता और राजनीतिक मक्कल नीधि मैय्यम के अध्यक्ष ने पुलिस से अपील की कि लोकतांत्रिक तरीके से उठाई जा रही आवाजों को न दबाएं।
पूर्वोत्तर
- असम, मेघालय में बंद के दौरान लोगों ने शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस नेता हरीश रावत गुवाहाटी के प्रदर्शन में शामिल हुए। असम में आज कर्फ्यू में 14 घंटे की ढील दी गई है, वहीं मेघालय में अब भी इंटरनेट पर रोक है।