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नरभक्षी गुलदार ने किया बुज़ुर्ग का शिकार

देहरादून। रायवाला में सुसुवा नदी किनारे मवेशी चुगाने गए एक एक बुजुर्ग को गुलदार (तेंदुए) ने मार डाला। घटना सोमवार देर शाम मोतीचूर रेंज के सत्यनारायण सेक्शन की है।
जानकारी के मुताबिक मुर्गी फार्म प्रतीतनगर निवासी सूरत सिंह (50 वर्ष) पुत्र स्व. आलम सिंह घर से कुछ दूर सुसुवा नदी किनारे अपने पालतू मवेशियों को चुगा रहे थे। इस दौरान उनकी भैंसे काफी देर तक पानी में नहाती रही। सूरत सिंह उनके इंतजार में वहीं नदी किनारे बैठ गए। इस दौरान गुलदार ने उन पर हमला किया और उठाकर जंगल की तरफ झाडिय़ों में ले गया।

वहीं देर रात तक जब वह घर नहीं लौटे तो परिजन उनकी खोजबीन में गए। घटना की सूचना वन विभाग और पुलिस को दी गई। रात को ही पुलिस व मोतीचूर रेंज के कर्मियों ने नदी किनारे आसपास झाड़ियों में कॉबिंग की, लेकिन अंधेरा होने की वजह से शव बरामद नहीं किया जा सका। सुबह दोबारा कॉबिंग की गई। इस दौरान उनका अधखाया शव झाड़ियों से बरामद हुआ। रायवाला के प्रभारी निरीक्षक महेश जोशी ने बताया कि शव को जानवरों ने खाया हुआ है।
शरीर पर गुलदार के पंजे और मौके पर घसीट कर ले जाने के निशान मिले हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। वहीं क्षेत्र में बढ़ते गुलदार के आतंक और वन विभाग की कार्यशैली पर रोष जताते हुए लोगों ने मौके पर आए पार्क निदेशक सनातन को जमकर खरी-खोटी सुनाई।

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बता दें कि रायवाला क्षेत्र में लंबे समय से आदमखोर गुलदार सक्रिय है। चार साल के अंदर अब तक 21 लोग आदमखोर गुलदार का निवाला बन चुके है। इस साल में 16 अप्रैल को सत्यनारायण के पास हरियाणा से आए यात्री टेक चंद, नौ मई को राह चलती महिला संपति देवी, 21 मई को फॉरेस्ट चौकी खांडगांव में छत में सो रहे युवक काला सिंह व 14 जून को ठाकुरपुर गांव में अपने आंगन में बैठी पांच वर्ष की बच्ची निर्जला को गुलदार ने मार डाला था। वन विभाग ने गुलदार को नरभक्षी घोषित किया हुआ है, लेकिन उसे अभी तक मारा नहीं जा सका।

राजाजी टाइगर रिजर्व से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते गुलदार के आतंक और इसकी रोकथाम में लगातार नाकाम रहने पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने पार्क निदेशक सनातन को दूरभाष पर फटकार लगाई और सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के निर्देश दिए। उन्होंने पीडि़त परिवार के लोगों से मुलाकात कर सांत्वना दी और हर संभव मदद का भरोसा दिया।

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