नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास, तोड़े कई रिकॉर्ड्स
टोक्यो/नई दिल्ली। आखिरकार इंतज़ार खत्म हुआ और भारत ने गोल्ड मेडल जीत लिया। भारतीय स्टार भालाफेंक एथलीट नीरज चोपड़ा पहले खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने भारत के लिए ट्रैक एंड फील्ड में ओलंपिक स्वर्ण जीता है। उन्होंने इस गोल्ड मेडल को जीतने के साथ इतिहास रचा है। आज पूरा देश नीरज पर गर्व कर रहा है।
शनिवार को नीरज मेंस जेवलिन थ्रो फाइनल में 87.58 के बेस्ट थ्रो के साथ नंबर-1 पर रहे। वे शूटर अभिनव बिंद्रा के बाद इंडिवीजुअल ओलंपिक गोल्ड जीतने वाले देश के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। ये टोक्यो ओलंपिक में भारत का सातवां तमगा है, जो भारत का अब तक का बेस्ट मेडल टैली है।
इससे पहले भारत ने 2012 लंदन गेम्स में कुल छह पदक हासिल किए थे। भारत के नीरज चोपड़ा (87.58 मीटर) नाम भालाफेंक में गोल्ड मेडल हुआ। सिल्वर मेडल चेक रिपब्लिक के जाकुब वैड्लेज (86.67 मीटर) और ब्रॉन्ज भी चेक रिपब्लिक के विटेज्सलाव वेस्ले (85.44 मीटर) के नाम हुआ।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत का मेडल अकाउंट वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने खोला था। उन्होंने देश के लिए ऐतिहासिक सिल्वर पदक जीता था। फिर पीवी सिंधु ने अपना दूसरा ओलंपिक पदक जीता, उन्होंने विमेंस सिंगल्स बैडमिंटन में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। फिर एक ब्रॉन्ज मेडल बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन के नाम भी हुआ।
उसके बाद भारतीय हॉकी टीम ने जर्मनी को मात दी और कांस्य जीता फिर रेसलर रवि दहिया ने भारत को सिल्वर दिलाया। शनिवार को रेसलर बजरंग पुनिया ने ब्रॉन्ज और आखिरकार नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण हासिल कर भारत का अभियान बेस्ट नोट पर खत्म किया।
आपको बता दें कि 1920 बेल्जियम ओलंपिक में भारत की ओर से तीन ट्रैक एंड फील्ड एथलीट्स और दो पहलवानों ने हिस्सा लिया था। तब से आज तक किसी भी भारतीय ने एथलेटिक्स में मेडल नहीं जीता था। लेकिन अब 100 के इस सूखे नीरज ने खत्म कर दिया है।