कोरोना वायरस के नए वैरिएंट XE ने दी दस्तक, जानिए क्यों है सबसे खतरनाक?
मुंबई। भारत में कोविड-19 के नए वैरिएंट का पहला केस मुंबई में मिला है। मुंबई में ओमिक्रॉन के XE वैरिएंट का पहला मामला सामने आया है। राहत की बात यह है कि नए वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में कोई गंभीर लक्षण नजर नहीं आ रहे। आपको बता दें कि जिस मरीज़ के सैम्पल में कोविड का नया XE वेरियंट मिला है वो एक महिला है। जो साउथ अफ्रीका से शूटिंग के सिलसिले में मुंबई आई थी। वहीं महिला की कोई कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी। महिला पेशे से एक कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर है। हैरान करने वाली बात यह है कि महिला ने वैक्सीन की दोनो खुराख ली हुई थी, और उसमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था।
आपको बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट के 376 नमूनों का परीक्षण किया गया था। जिनमें से 230 अकेले मुंबई के निवासी हैं। मुंबई के इन 230 मरीजों में से 21 को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। बता दें कि कोरोना वैक्सीन की सिर्फ पहली खुराक ले चुका कोई भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ था। बता दें कि कोरोना वैक्सीन की सिर्फ पहली खुराक ले चुका कोई भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ था। वहीं कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके 9 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें 12 लोग ऐसे थे जिन्होंने वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं ली थी। बता दें कि जिन 21 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है उनमें से किसी भी कि ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पड़ी।
XE वैरिएंट क्यों है खतरनाक
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के एक नए XE वेरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की थी। माना जाता है कि यह नया XE वेरिएंट, ओमाइक्रोन सबवेरिएंट के दो पिछले वर्जन – BA.1 और BA.2 का कॉम्बिनेशन है। यह कोरोना वायरस का एक रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है, जो अब चिंता का विषय बना हुआ है। यानी यह वायरस इन दोनों को मिलकर बना है। ऐसा तब होता है, जब कोई व्यक्ति एक से अधिक वेरिएंट से संक्रमित हो जाता है। ब्रिटेन में अब तक XE स्ट्रेन ने 637 लोगों को संक्रमित किया है। इसके अलावा अन्य जगहों पर इसके मामले नहीं मिले हैं। डब्ल्यूएचओ ने एक रिपोर्ट में कहा कि XE वेरिएंट का पहली बार यूनाइटेड किंगडम में 19 जनवरी को पता चला था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, नया संस्करण BA.2 सबवेरिएंट की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है, जो इसे सबसे अधिक संक्रामक बनाता है। ऐसे में हमें किन लक्षणों और संकेतों पर ध्यान देना चाहिए? चूंकि नया स्ट्रेन के ऊपर रिसर्च जारी है, इसलिए संक्रमण के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में कहा गया है, ” विश्व स्वास्थ्य संगठन अन्य SARS-CoV-2 वेरिएंट के नए वेरिएंट के जोखिमों की बारीकी से निगरानी और आकलन कर रहा है। इसे लेकर किसी तरह के अमल पर आने के बाद बताया जाएगा”