जानिए कौन है वो, जो आखिरी वक्त तक करतीं रहीं वाजपेयी की देखभाल

नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का 93 साल की उम्र में गुरुवार (16 अगस्त) को निधन हो गया। देश और दुनिया के लोग उन्हें एक प्रख्यात वक्ता, लेखक, प्रत्रकार, संवेदनशील कवि और नेता के रूप में जानते हैं। वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने। देश में पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे, जिन्होंने पांच साल कार्यकाल पूरा किया। 2014 में उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। लेकिन जिंदगी के आखिरी पड़ाव में उनकी सेहत खराब हो गई। वे लंबे समय तक बीमार रहे।
तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें एम्स में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई। इस दौरान उनके साथ उनकी बेटी नमिता भट्टाचार्य और नातिन निहारिका भट्टाचार्य ने सेवा की। मृत्यु के अगले दिन शुक्रवार की शाम करीब 4 बजकर 56 मिनट पर उन्हें मुखाग्नि दी गई। मुखाग्नि भी बेटी नमिता भट्टाचार्य ने ही दी। इस दौरान उनकी नातिन निहारिका भट्टाचार्य भी वहां मौजूद रहीं।
अटल जी के पारिवारिक जीवन की बात करें तो वे आजीवन अविवाहित रहें। लेकिन उनकी एक दत्तक बेटी हैं नमिता भट्टाचार्य। दरअसल, नमिता राजकुमारी कौल की बेटी हैं। अटल जी और राजकुमार कौल ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में साथ पढ़ते थे। कॉलेज से निकलने के बाद अटल जी राजनीति में सक्रिय हो गए और राजकुमारी कौल की शादी प्रोफेसर ब्रिज नारायण कौल से हो गई। शादी के बाद कौल दंपति दिल्ली में रहने लगे। इन दोनों की बेटी हैं नमिता भट्टाचार्य। नमिता की शादी रंजन भट्टाचार्या से हुई।
अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने नमिता को अपनी दत्तक पुत्री का दर्जा दिया था। बेटी नमिता और दामाद रंजन भट्टाचार्य अटल जी के साथ रहते थे। उनकी देखरेख करते थे। इन दोनों की बेटी हैं निहारिका। अटल जी जब कई रोग से पीडि़त हो गए, तब निहारिका ने ही उनकी सेवा की। शादी न करने के सवाल पर अटल जी कहते थे कि व्यस्तता के कारण नहीं कर पाया। वहीं कुछ लोगों का मानना था कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़ने की वजह से उन्होंने शादी नहीं की।