Breaking NewsNational

निर्भया के गुनहगारों को फांसी देने के लिए तिहाड़ जेल में बना नया फांसी घर

नई दिल्ली। निर्भया कांड के गुनहगारों को फांसी पर लटकाने की तारीख भले ही अभी तय नहीं हो पाई है लेकिन तिहाड़-प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। चारों दोषियों को एक साथ फांसी पर लटकाने के लिए तिहाड़ जेल में करीब 25 लाख रुपए की लागत से एक नया फांसी घर तैयार किया गया है। तिहाड़-प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि चारों दोषियों को एक साथ ही फांसी पर लटकाया जाएगा।

तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने भी कहा कि एक साथ अब चारों दोषियों मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को फांसी देने की व्यवस्था कर ली गई है। अदालत के आदेश के बाद जेल स्तर पर फांसी देने में किसी तरह की देरी नहीं होगी।

दाे-दाे जल्लादाें की जरूरत पड़ सकती है
अब तिहाड़ जेल-प्रशासन को संभव है कि चारों दोषियों को एक साथ फांसी पर लटकाने के लिए 4 जल्लाद बुलाने पड़े। क्योंकि दोनों फांसी घर का लीवर भी अलग-अलग होगा। फांसी घर इस तरह से तैयार किया गया है कि फांसी के दौरान जो भी अधिकारी वहां मौजूद रहेंगे एक साथ चारों को फांसी होते एक साथ देख सकते हैं।

3 दोषी फांसी से बचने के लिए जेल में वारदात की साजिश रच रहे

इससे पहले खबर आई थी कि निर्भया के गुनहगार जेल में आपराधिक वारदात की साजिश रच रहे हैं। उनकी काेशिश खुद पर नया आपराधिक केस दर्ज करवाने की है, ताकि फांसी की सजा पर अमल टाला जा सके। नया केस दर्ज हुआ तो उसके लंबित रहने तक इन्हें फांसी नहीं दी जा सकेगी। जेल नंबर 2 में बंद तीन दोषियाें अक्षय, मुकेश और पवन की इस साजिश की भनक जेल प्रशासन काे लग चुकी है। जेल नंबर दो के अधीक्षक ने जेल मुख्यालय को पत्र भेजकर इससे अवगत करवाया है। साथ ही उन्हाेंने तीनाें दाेषियाें काे हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट करने की इजाजत मांगी है।

दोषी अभी सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन भी दायर कर सकते हैं

तीनों दाेषी जेल नंबर 3 के हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट किए जा सकते हैं। यहीं पर फांसी घर भी है। फांसी से पहले कैदी यहीं शिफ्ट किए जाते हैं। चारों की फांसी की तारीख तय करने पर 7 जनवरी को पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई है। दोषी अभी सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन भी दायर कर सकते हैं। कोर्ट ने तिहाड़-प्रशासन को निर्देश दिया था कि कैदियों को एक बार फिर नोटिस दिया जाए। इसके बाद जेल-प्रशासन ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने के लिए इन्हें दाेबारा से सात दिन का नोटिस दिया था।

2012 में निर्भया से बस में गैंगरेप हुआ था

दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 की रात 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा के साथ चलती बस में गैंगरेप हुआ था और दोषियों ने उसके साथ अमानवीय तरीके से मारपीट की थी। छात्रा ने 29 दिसंबर 2012 को दम तोड़ दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दोषी मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को फांसी की सजा सुनाई थी। एक अन्य दोषी रामसिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button