नोटबंदी से करोड़ों कामगारों की नौकरियों पर असर पड़ा है : आप
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी के फैसले की आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने खुल कर मुखालफत की। दोनों दलों के मुखिया इस मुद्दे पर दिल्ली में प्रदर्शन और रैली भी कर चुके हैं। उनका मानना है कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है। इसी मुद्दे पर आम आदमी नेता आदर्श शास्त्री ने बीजेपी और प्रधानमंत्री पर बड़े आरोप लगाए हैं।
इन आरोपों के अनुसार नोटबंदी की वजह से व्यवस्थित क्षेत्र में काम करने वाले तकरीबन 4 करोड़ कामगार और अव्यवस्थित क्षेत्र में काम करने वाले तकरीबन 36 करोड़ कामगारों की नौकरियों पर असर पड़ रहा है। वहीं दिल्ली की सरोजनी नगर मार्केट में व्यवसाय 70 प्रतिशत तक नीचे आ गया है। सदर बाजार की होल सेल मार्केट हो या फिर करोल बाग का मार्केट हो राजधानी दिल्ली के सभी बाजारों में 70 से 80 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जा रही है।
इसके साथ ही मोबाइल उद्योग भी 60 प्रतिशत तक नीचे आ गया है और सैमसंग—एप्पल जैसी बड़ी कम्पनियों ने अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकालना भी शुरू कर दिया है। डिजिटल पेमेंट और कैशलेस इकॉनोमी के नाम पर देश की जनता को लूटा जा रहा है। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की 86 प्रतिशत मुद्रा को बंद करके ना केवल देश की जनता को मुश्किल में डाल दिया गया है बल्कि डिजिटल पेमेंट का धंधा करने वाली बड़ी कम्पनियों को मालामाल किया जा रहा है।
आप के आरोपों के अनुसार पहले अगर हम सौ रूपये का इस्तेमाल करते थे तो वो सौ रूपए का नोट बाजार में कई बार इस्तेमाल होकर भी उसकी वेल्यू सौ रूपए ही होती थी लेकिन अब जब ई—पेमेंट करेंगे तो उस सौ रूपए में से हर बार ये डिजिटल पेमेंट कराने वाली कम्पनियां आधे प्रतिशत से डेढ़ प्रतिशत तक का कमीशन कमाएंगी।
आम आदमी पार्टी ने देश की जनता का सच्चाई से रूबरू करवाते हुए आरोप लगाया है कि देशभर में लघु और कुटिर उघोग समाप्त होने की कगार पर पंहुच गये हैं। पगार न दे पाने की सूरत में कई मिलों और कारखानों पर ताला लग चुका है।
आप ने सवाल उठाया है कि क्या ये ही वे अच्छे दिन हैं जिनका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने चुनावी अभियान में जिक्र किया करते थे। आम आदमी पार्टी के अनुसार केन्द्र की भाजपा सरकार ने नोटबंदी कर देश की जनता के साथ धोखा कर उसे गुमराह करने का कार्य किया है।