ओवैसी पर जूते से हमला, हमलावर की पहचान छिपा रही पुलिस
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘मैं अपने लोकतांत्रिक अधिकार के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार हूं। ये सभी निराश लोग हैं जो कि यह नहीं देख सकते हैं कि तीन तलाक पर सरकार का फैसला जनता, खासतौर पर मुसलमानों ने स्वीकार नहीं किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये लोग (जूता फेंकने वाले के संदर्भ में) उनमें से हैं जो महात्मा गांधी, गोविंद पानसरे और नरेंद्र डाभोलकर के हत्यारों की विचारधारा का अनुसरण करते हैं।”
हैदराबाद के सांसद ने कहा, ‘‘ये हमारी आवाज को दबा नहीं सकते। आप जब सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं तो लोग अपने रास्ते में कांटे बिछाते हैं। यह सब हमें उनके खिलाफ सच बोलने से नहीं रोक सकता है। मुझे जो बोलना था मैंने बोला और कार्यक्रम सफलतापूर्वक हुआ। मैं यह कहना चाहूंगा कि मैं बिना किसी सुरक्षा के देश में इधर-उधर जाऊंगा। आप जो करना चाहते हैं कर सकते हैं लेकिन मेरी आवाज को दबा नहीं पाएंगे।’’
वहीं इस मामले पर एआईएमआईएम विधायक इमतियाज़ जलील ने कहा कि “ओवैसी को जूता नहीं लगा और उन्होंने इस हमले की बिना परवाह किए अपना भाषण पूरा किया। हमें इस तरह की घटनाओं से फर्क नहीं पड़ता। कुछ लोग और पार्टियां चाहती हैं कि हम सच न बोलें लेकिन हम इस तरह की घटनाओं को नजरअंदाज करते हैं।” जोन तीन के पुलिस उपायुक्त विरेंद्र मिश्र ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए ओवैसी पर जूता फेंकने वाले व्यक्ति की पहचान कर ली है और उसे गिरफ्तार करने की प्रक्रिया चल रही है।