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पद्मावती के विरोध में 1 दिसम्बर को बंद का एलान

बेंगलुरु/जयपुर। संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ का विरोध करने वालों में राजस्थान की मंत्री किरण माहेवश्वरी भी शामिल हो गयीं जबकि श्री राजपूत करणी सेना ने फिल्म की रिलीज के खिलाफ एक दिसंबर को देशव्यापी बंद का आह्वान किया। फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होने वाली है। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी, उदयुपर के पूर्व शाही परिवार लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

कांग्रेस ने कहा कि अगर ‘पद्मावती’ में भावनाएं आहत करने वाले कोई भी दृश्य हैं तो उनकी समीक्षा की जानी चाहिए।केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने कहा है कि उन्होंने अब तक संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ नहीं देखी है और उनके फिल्म देखने की खबरें बिल्कुल निराधार और गलत है।मीडिया में ऐसी खबरे थीं कि सेंसर बोर्ड के प्रमुख ने ‘पद्मावती’ देख ली है और उन्होंने फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाया। राजस्थान राज्य महिला आयोग (आरएससीडब्ल्यू) ने भी सेंसर बोर्ड को पत्र लिखकर ‘कानून और व्यवस्था को लेकर’ भंसाली की फिल्म से जुड़े ‘संशय’ को खत्म करने की मांग की है। दक्षिण भारत में भी फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है।

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करणी सेना के सदस्यों ने बेंगलुरु में प्रदर्शन किया। जयपुर में करणी सेना के नेता लोकेंद्र सिंह काल्वी ने कहा कि अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का कथित बयान भड़काऊ है, जिसमें उन्होंने कहा है कि फिल्म को रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता। अभिनेत्री फिल्म में रानी की भूमिका में नजर आएंगी। काल्वी ने कहा, ‘‘दीपिका पादुकोण का बयान उकसाने वाला है और मैं इसे चुनौती के रूप में लेता हूं इसलिए मैंने राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है।’’ उन्होंने धमकी के लहजे में कहा, ‘‘ये जौहर की ज्वाला है। रोकना है तो पद्मिनी को रोक लो।’’

राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री माहेश्वरी ने कहा कि वह फिल्म का कड़ा विरोध करती हैं और दावा किया कि यह पूरी तरह से रुपये बनाने और मनोरंजन की कोशिश है। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा कि रानी पद्मिनी (पद्मावती) ने 16,000 महिलाओं के साथ जौहर किया था। उन्होंने लिखा, ‘‘रानी पद्मिनी महिलाओं के शौर्य व स्वाभिमान की प्रतीक हैं। उनका अपमान किसी को भी स्वीकार नहीं होगा।’’ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष परनामी ने भी कहा कि किसी को भी इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने की मंजूरी नहीं दी जाएगी।

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