पहाड़ों के लिए वरदान है बर्फ़बारी, लोगों में खुशी की लहर
मसूरी, (रौशनी खंडूरी)। उत्तराखंड के ऊँचाई वाले इलाकों के साथ ही पहाड़ों की रानी मसूरी में भी इन दिनों जबरदस्त बर्फ़बारी हो रही है। यदि जानकारों की मानें तो पहाड़ों की रानी मसूरी में हो रही बर्फबारी किसी वरदान से कम नहीं है। जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत ने बातचीत के दौरान कहा कि बर्फबारी के बाद जल स्रोतों के रिचार्ज होने की उम्मीद है, जिससे गर्मियों में शहर में पानी की समस्या कुछ हद तक दूर हो जाएगी।
वहीं पहाड़ों की रानी मसूरी में हुई बर्फबारी से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है। बर्फबारी के बाद लोगों को उम्मीद है कि शहर के जल स्रोत पानी से भर जाएंगे। इससे शहर में पानी की समस्या से काफी हद तक निजात मिलने की उम्मीद है। शहर में हुई बर्फबारी जहां एक ओर पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए लाभदायक साबित हो रही है, तो वहीं स्थानीय व्यापारियों के चेहरे भी खिल गए हैं। बर्फ़बारी की वजह से भारी संख्या में लोग मसूरी का रुख कर रहे हैं।
यदि मसूरी के जलस्त्रोतों की ही बात की जाये तो शहर के 6 पंपिंग स्टेशन प्राकृतिक जलस्रोत पर निर्भर हैं। बर्फबारी होने के बाद जल स्रोतों में पानी बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बताते चलें कि पिछले काफी समय से शहर में पानी की समस्या लगातार बढ़ रही थी। जल स्रोतो में पानी कम होने से जल संस्थान शहर में पानी की नियमित आपूर्ति नहीं कर पा रहा था। उम्मीद की जा रही है कि अब ये समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।
बता दें कि शहर में 14 एमएलडी पानी की आवश्यकता है। लेकिन जल संस्थान मात्र 7 एमएलडी पानी की आपूर्ति कर पा रहा है। वहीं जानकारों का मानना है कि मसूरी के लिए बर्फबारी वरदान साबित हो सकती है। बर्फबारी के बाद जल स्रोतों में पानी बढ़ेगा। इससे लोगों की पानी की समस्याएं कम हो सकती हैं।