पहली भारतीय महिला ने पूरी की 111 किमी. मैराथन
देहरादून। 17 साल की दून की ज्योत्सना रावत ने लेह में आयोजित ‘लेह अल्ट्रा द हाई’ 111 किमी की मैराथन पूरी की। उन्होंने यह दौड़ 19 घंटे 46 मिनट में पूरी की। ज्योत्सना यह दौड़ पूरी करने वालीं पहली भारतीय महिला हैं। इस दौड़ में ज्योत्सना के पिता बीएसएफ में डिप्टी कमांडेंट यशवंत सिंह रावत ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने ज्योत्सना के साथ ही यह दौड़ पूरी की है।
दून इंटरनेशनल स्कूल की हेड गर्ल और कक्षा 12 की छात्रा ज्योत्सना ने 18 फरवरी को मालदेवता से धनोल्टी तक आयोजित ‘गढ़वाल रन’ में 74 किमी. की दौड़ पूरी कर ‘लेह अल्ट्रा द हाई’ का टिकट हासिल किया था। यह प्रतियोगिता हर साल आयोजित की जाती है।
इस बार यह आठवां आयोजन था। नेहरूग्राम निवासी ज्योत्सना की मां ज्योति रावत ने बताया कि ज्योत्सना के पापा लंबी दौड़ के धावक रहे हैं। उन्होंने कई प्रतियोगिता जीती हैं। उन्हें ही देखकर ज्योत्सना ने भी मैराथन शुरू की।
ज्योत्सना ने फरवरी में हुई 74 किमी. की दौड़ पूरी कर लेह में होने वाली प्रतियोगिता में अपनी जगह पक्की की थी। लेह में 30 लोगों ने हिस्सा लिया था, जिसमें ज्योत्सना अकेली लड़की थी। उन्होंने बताया कि ज्योत्सना और उसके पापा देहरादून से पांच अगस्त को लेह के लिए निकले थे। दौड़ 17 अगस्त को रात आठ बजे से शुरू हुई। ज्योत्सना ने 111 किमी. दौड़ पूरी करने के लिए 19 घंटे 46 मिनट का समय लिया।
उन्होंने बताया कि ज्योत्सना का अगला लक्ष्य लेह में ही होने वाली 222 किमी. की दौड़ है। ज्योति रावत ने बताया कि ज्योत्सना को हमेशा ही फैमिली का सपोर्ट रहा। पापा खुद खिलाड़ी रहे हैं तो जहां भी प्रतियोगिता होती है, वे बेटी के साथ जाते हैं और खुद भी हिस्सा लेते हैं।