पापा ने घुमाने से किया मना तो बेटा पहुंचा थाने
इटावा। 11 साल के ओम के दोस्त नुमाइश देखने जा रहे थे। उसे जैसे ही यह बात पता लगी, उसका भी मन वहां जाने को हुआ था। पिता घुमाने नहीं ले गया तो बेटा रूठ गया। गुस्सा इतना भीषण आया कि वह पुलिस थाने पहुंच गया। उसने वहां शिकायत की और बोला कि पिता को इतना पीटो कि उनकी रूह कांप उठे। पुलिस ने बच्चे की मौखिक शिकायत पर मामला जाना-समझा और फिर उसे अपने तरीके से हल किया।
यह मामला उत्तर प्रदेश के इटावा का है। यहां के करौल मोहल्ले में अमर नाथ गुप्ता रहते हैं। वह पेशे से कारोबारी हैं। उनके दो बेटे हैं, जिनमें से एक का नाम ओम नारायण गुप्ता है। वह 11 साल का है और पांचवीं का छात्र है। उसके कुछ दोस्त इटावा महोत्सव में जा रहे थे। ओम को जैसे ही यह बात पता लगी, उसका भी मन वहां जाने को हुआ। पिता से उसने इसी बाबत घुमाने ले जाने के लिए कहा। मगर उन्होंने उसे ले जाने से साफ इन्कार कर दिया। फिर क्या था, बेटा इसी बात पर उनसे बुरा मान गया। चूंकि पिता ने ही उससे कहा था, “जो करना है कर लो, मैं घुमाने नहीं ले जाऊंगा।”
पिता के मना करने के बाद ओम पुलिस थाने पहुंचा। यहां उसने अपनी आपबीती पुलिसकर्मियों को सुनाई। कहा, “पापा मुझे नुमाइश नहीं ले जा रहे। मैं पूछने गया, तो उन्होंने मना कर दिया। मेरे दोस्त माधव, सलोनी और तनु वहां जा रहे हैं। पापा ने कहा था जो करना है, कर लो जाकर। हम उनकी शिकायत करने आए हैं, ताकि वह हम घुमाने ले जाएं।” यह पूछे जाने पर कि पिता फिर भी नहीं ले गए तो बेटा बोला, “उन्हें खदेड़ते हुए ले जाइएगा। इतना मारिएगा कि उनकी रूह कांप उठे।”
पुलिस ने ओम को इस बारे में काफी देर तक समझाया। विश्वास दिलाया कि वह उसके पापा को समझाएंगे, तब जाकर उसे घर भेजा जा सका। हालांकि, इसके बाद पुलिस वाले भी ओम के घर पहुंचे और उसके परिजन से मिले। वहां एसएचओ ने उसके पिता को सलाह-मशविरा देकर समझाया और मामला शांत सुलझाया।