फूल बरसाने के लिए 14 लाख में किराए पर लिया हेलिकॉप्टर
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जोन से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार और कुछ अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ड्यूटी के दौरान कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाने के कारण आलोचनाओं से घिर गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार ने मेरठ और आसपास के जिलों में कांवड़ यात्रा के दौरान आसमान से निगरानी रखने के लिए एक हेलिकॉप्टर किराये पर लिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के गृह विभाग की ओर से 4 अगस्त को मेरठ और आसपास के जिलों में 7 से 9 अगस्त तक सतर्क दृष्टि और प्रभावी निगरानी रखने के लिए एक हेलिकॉप्टर किराये पर लेने का आदेश जारी किया गया था। हेलिकॉप्टर को एयर चार्टर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से 14.31 लाख रुपयों में किराये पर लिया गया था। पिछले दो दिनों में मेरठ जोन से यूपी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार और दूसरे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के ऐसे वीडियो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें वे कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसातें दिख रहे हैं।
हालांकि गृह विभाग की ओर से जारी आदेश में पुष्प वर्षा को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिखा है। वहीं आलोचकों का जवाब देते हुए एडीजीपी ने प्रशांत कुमार ने एएनआई से कहा, ”इसे कोई धार्मिक एंगल नहीं दिया जाना चाहिए, फूलों का इस्तेमाल लोगों का स्वागत करने के लिए किया गया। प्रशासन सभी धर्मों का सम्मान करता है और इसमें सक्रियता से हिस्सा लेता है फिर चाहे गुरुपर्व हो, ईद, बकरीद या जैन त्योहार क्यों न हो।”
बता दें कि गृह विभाग के 27 जुलाई के एक पहले के आदेश में मेरठ रेंज में हेलीकॉप्टर से पांच दिवसीय निगरानी की बात रखी गई था, जहां कांवड़ यात्रा बड़े पैमाने पर होती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 जुलाई को कावड़ यात्रा का हवाई सर्वेक्षण किया था। कांवड़ियों के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने कथित तौर पर सीमाओं से बाहर जाकर इंतजामात किए हैं। व्यस्त रहने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 27 के यातायात को दो दिनों से डाइवर्ट किया गया था।
कावड़ियों के रूट पर मांस कारोबारियों की दुकानें और मांसाहारी भोजनायलों को पूरी तरह से बंद करा दिया गया। मेरठ के एसएसपी राजेश पांडेय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने मीट कारोबार में लगे लोगों से निवेदन किया था कि वे कांवड़ यात्रा के दौरान सहयोग करें। उन्होंने कहा, ”मैं उनके लिए आभारी हूं कि उनमें से अधिकांश ने इस अवधि के लिए दुकानें बंद कर दी हैं।”