बंगाल और ओडिशा में तूफान प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे करेंगे पीएम मोदी
कोलकाता। बंगाल की खाड़ी से उठा सदी का सबसे ताकतवर तूफान अम्फान पश्चिम बंगाल-ओडिशा में तबाही मचाकर बांग्लादेश की तरफ बढ़ गया है। इसके चलते असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में शुक्रवार तक भारी बारिश जारी रहेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में मरने वालों की तादाद 76 हो गई है। इनमें से 19 मौतें सिर्फ कोलकाता में हुईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से कोलकाता के लिए रवाना हो गए हैं। वे बंगाल-ओडिशा का हवाई दौरा कर नुकसान का जायजा लेंगे। वे 83 दिन बाद दिल्ली से निकले हैं। इससे पहले वे 29 फरवरी को प्रयागराज और चित्रकूट दौरे पर गए थे।
7 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था
तूफान में अनुमान से ज्यादा नुकसान होने के चलते एनडीआरएफ की अतिरिक्त चार टीमें कोलकाता रवाना की गईं। बंगाल में पहले से 41 टीमें हैं। इनके अलावा सेना, नौसेना और वायुसेना की टीमें भी बचाव कार्यों में जुटी हैं। उधर, बंगाल और ओडिशा में पहले ही 7 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया था। बंगाल में 5 लाख लोगों को तटीय इलाकों से हटाया जा चुका है। बंगाल में कोलकाता, हावड़ा, हुगली समेत 7 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
ममता बनर्जी ने कहा- राज्य को एक लाख करोड़ का नुकसान
- ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पश्चिम बंगाल आकर तबाही देखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था, ‘अभी तक पश्चिम बंगाल में 72 लोगों की मौत हो चुकी है। मैंने आज तक ऐसी तबाही नहीं देखी है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करूंगी कि वह बंगाल आएं और हालात देखें।’
- मुख्यमंत्री ने कहा कि तूफान से राज्य को एक लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। साउथ 24 परगना जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां हाल में बनाए गईं कई बिल्डिंग बर्बाद हो गई हैं। कोलकाता समेत दूसरे इलाकों में बिजली और केबल के खंभों के अलावा टेलीफोन और इंटरनेट की लाइनों को नुकसान पहुंचा है। 12 सौ से ज्यादा मोबाइल टावर खराब हो गए हैं। कई इलाकों में नेटवर्क ठप पड़ा है।
283 साल का सबसे ताकतवर तूफान
अम्फान बंगाल में 283 साल का सबसे ताकतवर तूफान रहा। 1737 में ग्रेट बंगाल साइक्लोन से तीन लाख मारे गए थे। उधर, ओडिशा में 1999 में सुपर साइक्लोन आया था, जिसमें 10 हजार लोगों की मौत हो गई थी।