एक बार फिर विवादों में आया त्रिवेंद्र सरकार का जनता दरबार

देहरादून। त्रिवेंद्र सरकार का जनता दरबार एक बार फिर से विवादों में आया है। इस बार ये जनता दरबार सरकार के मंत्री हरक सिंह रावत ने लगवाया था। गौरतलब है कि अभी कुछ दिनों पूर्व बीजेपी कार्यालय में हल्द्वानी के ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय ने जहर का सेवन कर लिया था जिनकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी थी। उस वक़्त सरकार के मंत्री सुबोध उनियाल जनता दरबार लगाए हुए थे। इस घटना के बाद राज्य सरकार का जनता दरबार विवादों में आ गया था।
इस बार भाजपा की ओर से आयोजित जनता दरबार में कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत नहीं पहुंच पाए। उनके इंतजार में लगभग डेढ़ घंटे तक बैठने के बाद फरियादियों को कहा गया कि अब मंत्री विधानसभा में मुलाकात करेंगे। इससे मायूस कई फरियादी वापस लौट गए तो कुछ ने विधानसभा की ओर रुख किया। हालांकि, मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी उर्बादत्त भट्ट ने दावा किया कि विधानसभा में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह ने लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निस्तारण किया।
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को भाजपा मुख्यालय में जनता दरबार लगाने के लिए आना था। इस सूचना पर फरियादी भाजपा मुख्यालय में पहुंचने शुरू हुए। दरबार का समय 12 बजे रखा गया था। लगभग डेढ़ घंटे तक जब मंत्री नहीं पहुंचे तो पता किया गया। तब पता चला कि बैठकों में व्यस्त होने के कारण वे भाजपा मुख्यालय नहीं आ सकते। इस पर सभी फरियादियों को विधानसभा पहुंच कर कैबिनेट मंत्री से मिलने के लिए बोला गया। इसके बाद फरियादी भाजपा मुख्यालय से निकलने शुरू हुए।
मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी उर्बादत्त भट्ट ने दावा किया कि विधानसभा में फरियादियों के मिलने की व्यवस्था कराई गई। कैबिनेट मंत्री ने उनकी समस्याओं को सुन कर उनका निस्तारण भी किया। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की विधानसभा में लगातार बैठकें थीं। बैठकों में अधिक समय लगने के कारण उन्हें आने में विलंब हो रहा था। उन्होंने फरियादियों को विधानसभा बुलवाया और वहां उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान निकाला गया।