प्रकाश पंत ने किया ज्योतिष महासम्मेलन का समापन
देहरादून। सांई इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल एण्ड सांईसेज और रूद्रा इवेंट दिल्ली के सौजन्य से ‘सितारे बोल उठेंगे’ ज्योतिष पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत और साई इंस्टीट्यूट के चेयरमैन हरीश अरोड़ा, चेयरपर्सन रानी अरोड़ा और रूद्रा इवेंट के प्रमुख अंजली शर्मा और गौरव शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस अवसर पर मंत्री प्रकाश पंत जी ने कहा,” चार वेद शास्त्र सामान है , ज्योतिष का ज्ञान वेदो से निकला है भारत का यह प्रसिद्ध प्राचीन शास्त्र ज्योतिष शास्त्र है।” मंत्री एच एस रावत जी ने कहा, युवाओ को शास्त्रों के प्रति झुकव होना चाहिए ज्योतिष शास्त्र हमारे भारत का प्राचीन शास्त्र है।
कार्यक्रम के आयोजक और साई इंस्टीट्यूट के चेयरमैन हरीश अरोड़ा ने कहा कि ग्रहों की हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका है। अतः ग्रहों की दशा को ठीक करने के लिए हमें उचित मार्गदर्शन की सहायता लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज ज्योतिष एक प्रोफेशन के तौर पर भी उभर रहा है। अतः शिक्षा के क्षेत्र में इसको एक पाठ्यक्रम के तौर पर भी जोड़ा जाना चाहिए।
जानेमाने ज्योतिषाचार्य एच.एस. रावत, एस्ट्रोज्योतिष सम्राट अंकुश खुराना ने कार्यशाला के दौरान छात्रों को एकाग्रचित रहने के गुरू बताये। साथ ही उन्होंने अंक शास्त्र और ग्रहों के मेल पर उपस्थित छात्रों को व्याख्यान दिया। इसके अलवा के.पी. एस्ट्रोलोजर, धीरज जी रोहतक वाले ने नेतृत्व क्षमता को विकसित करने सुझाव बताये एवं पंडित कुलयश शर्मा ने बताया कि यंत्रों द्वारा सर्वकार्य सिद्वि होती है। मंत्र का जाप करने के बाद कार्य और वाणी में आकर्षण पैदा होता है। कार्यक्रम में डॉ. हरलीन, पूनम भिड्डा एवं इसके साथ ही राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त हस्त विज्ञान, कुंडली विज्ञान, अंक शास्त्र के ज्ञाता विद्वान मौजूद रहे।
इस अवसर पर रूद्रा इवेंट के प्रबंधक निदेशक गौरव शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि यह एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी है। जो पिछले तीन सालों से समस्त भारत के कई शहरों में कमर्शियल, कारपोरेट और एन्टरटेनमेंट इवेंट आयोजित करती है। एस्ट्रोलोजी के क्षेत्र में यह हमारा पहला प्रयास है और इस इस दो दिवसीय कार्यशाला जिसका नाम ‘सितारे बोल उठेंगे’ रखा गया है। यह आयोजन पहली बार देहरादून में किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य आम जनमानस को ज्योतिष के प्रभाव से अवगत कराना है।