प्रशासन ने किया मुस्लिमों के साथ भेदभावः आजाद अली
देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आजाद ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कटघरे में खड़ा किया है। आजाद अली ने देहरादून के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि प्रशासन के उच्च पदों पर आसीन व्यक्तियों के द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है, जो सरासर गलत है।
आजाद अली ने कहा कि प्रशासन को अपने इस कृत्य पर शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां सभी धर्मों के लोगोें को संविधान में एक समान अधिकार दिये गये हैं किन्तु जिला प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय के साथ भेदभाव कर संविधान का मजाक बनाया गया है।
गौरतलब है कि बर्मा में रोहिंग्या मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ शहर काज़ी के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बुधवार को देहरादून में एक शांति जुलूस निकाला और प्रधानमंत्री एवं राष्ट्पति के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस जुलूस में कांग्रेस प्रदेश सचिव आजाद अली समेत मुस्लिम समुदाय से जुड़े कई गणमान्य व्यक्तियों और सैकड़ों लोगों ने शिरकत की।
जुलूस में शामिल लोगों का आरोप है कि जिला प्रशासन द्वारा जुलूस निकालने के लिए उन्हें मुख्यमार्ग से गुजरने की अनुमति प्रदान नहीं की गई जिस वजह से इस शांति जुलूस को गलियों से गुजारा गया। आजाद अली ने सीधे तौर पर जिला प्रशासन को घेरते हुए सवाल किया कि सभी समुदाय के लोगों को जुलूस और शोभायात्रा निकालने के लिए मुख्यमार्ग से गुजरने की अनुमति प्रदान की जाती है किन्तु इस जुलूस का मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक होने की वजह से जिला प्रशासन द्वारा भेदभाव किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन का ये रवैया बेहद शर्मनाक है और इसकी जितनी भी निंदा की जाये कम ही है।