प्रेमी संग मिलकर की पति की हत्या, घर के शौचालय में ही गाड़ दिया शव
देहरादून। जनपद देहरादून के तीर्थनगरी ऋषिकेश में महिला द्वारा अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की गला घोटकर हत्या करने के बाद घर के ही शौचालय में गाड़ने का मामला सामने आया है। मामले का खुलासा करते हुए कोतवाली पुलिस ने हत्यारोपी महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
कोतवाल रितेश साह ने बताया कि नरेंद्र राठी (40) पुत्र गोपाल राठी, निवासी बीस बीघा गली नंबर-9 बापूग्राम टैक्सी चालक था। जो अपने घर से एक जुलाई से गायब चल रहा था। 10 जुलाई को नरेंद्र राठी की मां कुसुम देवी ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। इस बीच पुलिस अपनी जांच में जुटी हुई थी। इस दौरान पूछताछ के लिए मृतक नरेंद्र राठी की पत्नी पूजा राठी को पुलिस ने थाने बुलाया। लेकिन वह पुलिस के सवालों का हर बार गोलमोल जवाब देती रही। जिस कारण वह शक के दायरे में थी। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में पूजा राठी ने बताया कि उसका पति रोज रात को शराब के नशे में घर पहुंचकर मारपीट करता था। इस दौरान घर में पलंबर का काम करने आए अमन कुमार पुत्र अशोक कुमार निवासी गली नंबर-2, बापूग्राम से उसकी मुलाकात हुई। इसके बाद अमन का अक्सर घर पर आना-जाना शुरू हो गया। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हुआ तो उन्होंने नरेंद्र राठी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। एक जुलाई को ही योजना के अनुसार अमन ने घर के शौचालय में लगी सीट को उखाड़कर करीब पांच फुट का गड्ढा बना लिया था। इसके बाद शाम को अमन घर में ही आकर कहीं छुप गया था। जैसे ही रात को नरेंद्र शराब पीकर काम से लौटा, पत्नी ने योजनाबद्ध ढंग से आमलेट बनाकर खिलाया।
जैसे ही नरेंद्र को बेहोशी छाने लगी अमन ने उस पर हमला बोल दिया। इस बीच छीना झपटी में पूजा को भी चोट आई। लेकिन तभी उसने नरेंद्र के पांव दबा दिए और अमन ने गला घोटकर नरेंद्र की हत्या कर दी। इसके बाद दोनों ने शव को शौचालय में पहले से किए गए गड्ढे में ठिकाने लगाकर उसके ऊपर सीट लगाकर बकायदा चारों तरफ टाइल लगा दी। ताकि किसी को शक न हो। मामले के खुलासे पर मौके पर मौजूद एसपी देहात प्रमेंद्र डोभाल और सीओ भूपेंद्र सिंह धोनी ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई है।
एक गलती से पुलिस के शिकंजे में फंसे आरोपी
पुलिस की पूछताछ में हत्यारोपी पत्नी पूजा ने बताया कि 20 जुलाई को उसके पति ने उसे फोन कर उसके साथ गाली गलौच की थी। तीन बच्चों को भी मारने की धमकी दी थी। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि आरोपी महिला पूछताछ में हर बार एक ही बात कहती रही की वह पीड़ित है, जबकि पुलिस उसी को परेशान कर रही है। उसने अपने पति की गुमशुदगी भी नहीं लिखाई थी। उसका लापरवाह रवैया देखकर ही उस शक के दायरे में आ चुकी थी।
पुलिस ने नरेंद्र के फोन की सीडीआर निकाली तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। नरेंद्र के फोन से तीन कॉल तो की गई थी, लेकिन आईएमई नंबर चेक करने पर फोन सेट किसी और का निकला। इसके बाद पुलिस ने पूजा की भी कॉल डिटेल निकलवाई, जिसमें सबसे अधिक बार उसने अमन के साथ बात की थी। आरोपियों की यही गलती उनके लिए पुलिस का शिंकजा बन गई। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो दोनों टूट गए और उन्होंने सारी कहानी खुद बयां कर दी।