देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में धूलकोट के जंगल में दूध सप्लाई करने वाले युवक से लूट के प्रयास के दौरान गोली मारने के मामले में पुलिस ने आईएमए के शैफ समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि मुख्य आरोपी मंजीत गोलिया ने गर्लफ्रेंड की 50 हजार रुपये देने की डिमांड पूरी करने को घटना को अंजाम दिया। यह वारदात दूध विक्रेता की मुखबिरी पर अंजाम दी गई थी।
प्रेमनगर के धूलकोट के जंगल में मंगलवार दोपहर कार सवार बदमाशाें ने दूध विक्रेता अंकित को लूटपाट का प्रयास किया था। विरोध करने पर बाइक सवार बदमाशों ने अंकित को गोली मार दी थी। मौके पर काफी लोगों के होने के कारण घबराहट में बदमाश बिना लूटपाट किए फरार हो गए थे। प्रेमनगर पुलिस ने 24 घंटे में लूटपाट की घटना का पर्दाफाश कर लुटेरों को जेल पहुंचा दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी ने बुधवार को मीडिया को पुलिस की इस उपलब्धि की जानकारी दी। उन्हाेंने बताया कि घटनास्थल से पुलिस को 32 बोर के दो खोखा बरामद हुए। दिन दहाडे़ हुई घटना को चुनौती के रूप में स्वीकार कर एसपी सिटी श्वेता चौबे की अगुवाई में शहर और देहात क्षेत्र की आठ टीमें गठित की गई थीं। सीसीटीवी फुटेज से महत्वपूर्ण सुराग मिल गया था।
शैफ की नौकरी करने वाले मोहित के घर पर छापा मारा
एसएसपी ने बताया कि प्रेमनगर थाने में तैनात कांस्टेबल केसर मुस्तफा जैदी और अमित को जानकारी मिली कि विकासनगर निवासी और दूध कारोबार से जुड़े देवदत्त के साथ घटना में शामिल लुटेरों को देखा गया है।
कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए आईएमए में शैफ की नौकरी करने वाले मोहित के घर पर छापा मारा गया। मौके से मंजीत गोलिया उर्फ जाट निवासी फु रकास घिरान थाना गनोर (सोनीपत) हाल निवासी सेलाकुई, रोहित पटेल निवासी महावीर कालोनी पानीपत, मोहित कुमार निवासी पुराना पोस्ट आफि स प्रेमनगर और देवदत्त निवासी विकासनगर को गिरफ्तार किया गया।
इनके पास से 32 बोर की पिस्टल, घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल और एक कार बरामद हुई। पत्रकार वार्ता में एसपी सिटी श्वेता चौबे, एसपी देहात प्रमेन्द्र डोभाल, सीओ सिटी शेखर सुयाल इस दौरान मौजूद रहे।
मंजीत की गर्लफ्रेंड ने मांगे थे 50 हजार
पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे ने पूछताछ के आधार पर बताया कि मंजीत ने प्रेमनगर में काफी समय चश्मे बेचने का काम किया है। इसके बाद कुछ समय होटल चलाने के बाद वह जमनपुर सेलाकुई चला गया था। पूछताछ में मंजीत ने बताया कि उसकी गर्लफ्रेंड कुछ समय से 50 हजार रुपये की डिमांड कर रही थी। इसी डिमांड पर पूरी करने के लिए लूट करने की योजना बनाई थी, लेकिन कामयाब नहीं हो सका। मंजीत के खिलाफ सोनीपत के गन्नौर थाने में मुकदमे बताए गए हैं।
कई दिन पहले बनाई थी लूट की योजना
एसएसपी ने बताया कि होटल कारोबार में नुकसान होने के कारण मंजित आर्थिक संकट से गुजर रहा था। उसने रोहित, देवदत्त और मोहित के साथ मिलकर दूध विक्रेताओं को लूटने की योजना बनाई थी। देवदत्त ने मुखबिरी की थी कि दीपावाली के समय दूध की मांग अधिक रहती है। ऐसे में दूध विक्रेता वापसी में कैश लेकर आते हैं। परम डेयरी के वाहन चालक अंकित को चिह्नित कर उसकी रेकी की गई।
देवदत्त ने अपनी डेयरी से परम दूध की एक खाली कैरेट उपलब्ध कराई। दूध की खाली कैरेट को सफेद कट्टे के अंदर रखकर आरोपी राजा वाले तिराहे से बाइक से अंकित के पीछे लग गए। धूलकोट का जंगल शुरू हुआ तो उन्होंने कट्टे से खाली कैरेट बाहर निकालकर सड़क पर गिरा दी। आरोपियों ने खाली कैरेट गिरने की बात कहकर अंकित से गाड़ी रुकवा ली। पिस्टल तानकर नगदी की मांग की तो वह विरोध पर उतर आया। इस दौरान मंजीत ने दो फायर किए, जिसमें एक गोली अंकित को लग गई। भीड़-भाड़ होने के कारण आरोपी भागकर सीधे मोहित के कमरे पर पहुंच गए।
डीजी ने दिया 10 हजार का इनाम
पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने प्रेमनगर लूटपाट का खुलासा करने वाली टीम में शामिल एसओ धर्मेन्द्र सिंह रौतेला, वसंत विहार एसओ नत्थी लाल उनियाल, उप निरीक्षक दर्शन लाल काला, नवनीत भंडारी, प्रवीण कुमार सैनी, शिवराम, कांस्टेबल मुस्तफा जैदी, अमित, नरेन्द्र सिंह, रामचंद्र, सोनू राठी, घसीटू सिंह, एसओजी के प्रमोद कुमार और आशीष शर्मा को 10 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
मुजफ्फरनगर से खरीदी थी पिस्टल
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि प्रेमनगर में दूध विक्रेता अंकित को गोली मारने में प्रयुक्त पिस्टल मुजफ्फरनगर से खरीदी गई थी। मंजीत गोलिया 40 हजार रुपये में यह पिस्टल लाया था। हालांकि मंजीत का कहना था कि गन्नौर में चल रहे जमीन विवाद के चलते से यह पिस्टल पहले खरीदी थी।