दिसंबर में दूसरी बार बढ़े रसोई गैस सिलेंडर के दाम, जानिए कितनी हुई कीमत
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी तेल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने एक बार फिर बिना बताए 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये की वृद्धि कर दी है। इससे पहले 2 दिसंबर को भी कंपनी ने चोरी-छिपे एलपीजी रसोई गैस की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि की थी। दिसंबर के पहले 15 दिनों में 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में पूरे 100 रुपये की वृद्धि हो चुकी है।
अमूमन कंपनिया प्रत्येक माह की पहली तारीख को रसोई गैस की कीमतों में संशोधन करती हैं और उनकी जानकारी भी सार्वजनिक करती हैं। लेकिन इस बार कुछ अलग हुआ। एक दिसंबर को आईओसी ने बताया कि 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में कोई वृद्धि नहीं की गई है और दिल्ली में इसकी कीमत लगातार सातवें महीने 594 रुपये पर स्थिर रखी गई है। लेकिन 8 दिन बाद ही इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर 14.2 किलोग्राम वाले गैर सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 50 रुपए बढ़ाकर दिल्ली में 644 रुपये कर दी गई।
अब 15 दिसंबर को तो इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर अभी भी महानगरों में एलपीजी सिलेंडर की कीमत पुरानी दिखाई जा रही है, लेकिन जब आप अपने शहर में एलपीजी सिलेंडर की कीमत चेक करने जाएंगे तब वहां आपको सिलेंडर की कीमत 50 रुपये बढ़ी हुई दिखाई देगी।
इंडियन ऑयल की बेवसाइट के मुताबिक 1 दिसंबर को देश के चार महानगरों में 14.2 किग्रा बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत दिल्ली में 594 रुपये, कोलकाता में 620.50 रुपये, मुंबई में 594 रुपये और चेन्नई में 610 रुपये बताई गई थी। लेकिन 9 दिसंबर को इसी वेबसाइट पर 14.2 किग्रा बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत दिल्ली में 644 रुपये, कोलकाता में 670.50 रुपये, मुंबई में 644 रुपये और चेन्नई में 660 रुपये हो गई है।
अब 15 दिसंबर को दिल्ली में 14.2 किलोग्राम बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत 694 रुपये, मुंबई में 694 रुपये, चेन्नई में 710 रुपये और कोलकाता में 720.50 रुपये हो गई है।
वहीं दूसरी ओर 19 किग्रा वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमत 1 दिसंबर, 2020 से दिल्ली में 1296 रुपये, कोलकाता में 1351.50 रुपये, मुंबई में 1244 रुपये और चेन्नई में 1410.50 रुपये कर दी गई है। इससे पहले नवंबर में दिल्ली में इसका भाव 1241.50 रुपये, कोलकाता में 1296 रुपये, मुंबई में 1189.50 रुपये और चेन्नई में 1354 रुपये था।
मई और जून में नहीं हुआ था सब्सिडी का भुगतान
मई और जून माह में रसोई गैस सिलेंडर खरीदने वाले उपभोक्ताओं के खाते में सरकार द्वारा कोई सब्सिडी जमा नहीं कराई गई थी। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने इसकी पीछे की वजह बताते हुए कहा था कि मई 2020 से एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में गिरावट आने की वजह से, इनकी कीमत में सब्सिडी का कोई हिस्सा नहीं था। इसलिए मई, 2020 और जून 2020 माह में आपूर्ति किए गए एलपीजी सिलेंडर के लिए कोई भी सब्सिडी का ट्रांसफर उपभोक्ता के सीधे बैंक खातों में नहीं किया गया है।
फरवरी में दाम थे आसमान पर
फरवरी में एलपीजी सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 858.50 रुपए थी, जो मार्च में घटकर 805.50 रुपए रह गई थी। मई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 744 रुपए से घटकर 581.50 प्रति लीटर पर आ गई। एक जुलाई को पेट्रोलियम कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम के गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 1 रुपए की वृद्धि की थी।
एलपीजी सिलेंडर को भारत में बाजार मूल्य पर बेचा जा रहा है लेकिन सरकार सब्सिडी का भुगतान सीधे पात्र उपभोक्ताओं के बैंक खातों में करती है। बाजार मूल्य और सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत के बीच अंतर वाली राशि को सब्सिडी के रूप में सरकार उपलब्ध कराती है। प्रत्येक परिवार को साल में 12 एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी मूल्य पर उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है। इसके बाद बाजार मूल्य पर सिलेंडर खरीदना होता है।