प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- कोरोना काल में भगवान बनकर आए डॉक्टर और नर्स
नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में कहा कि राष्ट्रपति जी का भाषण भारत के 130 करोड़ नागरिकों के संकल्प शक्ति का परिचायक है। इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस के मनीष तिवारी को जवाब देते हुए कहा, “ये भगवान की ही कृपा है कि कोरोना से दुनिया हिली लेकिन भारत बचा रहा। कोरोना काल में डॉक्टर और नर्स भगवान बनकर आए। कोरोना काल में ऐम्बुलेंस का ड्राइवर भी भगवान के ही रूप में आया।”
उन्होंने कहा, “वो डॉक्टर, वो नर्स भगवान का रूप बनकर आए थे, क्योंकि वे अपने छोटे-छोटे बच्चों को शाम को घर लौटूंगा कहकर घर से जाते थे, 15-15 दिन तक लौट नहीं सकते थे वो भगवान का रूप ही थे। हम कोरोना से जीत पाए क्योंकि यह हमारे सफाई कर्मचारी मौत और जिंदगी का खेल उनके लिए भी था, लेकिन जिस मरीज के पास कोई नहीं जा सकता था मेरा सफाई कर्मचारी वहां जाकर उसे साफ सुथरा रखने का प्रयास करता था।”
उन्होंने आगे कहा, “भगवान का रूप सफाई कर्मचारी के रूप में आया था। एंबुलेंस का ड्राइवर भगवान के रूप में आया था, भगवान का रूप ही था जिसने हमें बचाया है लेकिन भगवान अलग अलग रूप में आया था। जितना हम उनका गौरवगान करेंगे, देश की सफलता का जितना गौरवगान करेंगे हमारे भीतर भी एक नई ताकत पैदा होगी। कई कारणों से जिन लोगों के भीतर निराशा फैल चुकी है उनको भी मैं कहूंगा, कुछ पल के लिए 130 करोड़ लोगों के इस पराक्रम को याद कीजिए आपके अंदर भी ऊर्जा आएगी।”
पीएम ने कहा कि हमारे लिए गर्व का विषय है, भारत में भी भय का वातावरण पैदा करने के प्रयास हुए थे, विश्वास से कोई कुछ कर और कह नहीं सकता लेकिन इतनी कम व्यवस्थाओं वाला देश तो दुनिया में शक होना स्वाभाविक था। लेकिन 130 करोड़ देशवासियों के समर्पण ने हमें बचाकर रखा है। इसका गौरव गान हमें करना चाहिए। भारत की पहचान बनाने के लिए भी यह अवसर है।