आमजन की सहभागिता से रोका जा सकता है डेंगू के खतरे को
देहरादून। डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। आमजन की सहभागिता से डेंगू के खतरे को रोका जा सकता है। थोड़ी सी सावधानियां रखकर खुद को, अपने परिवार को और आस-पड़ोस को डेंगू से आसानी से बचाया जा सकता है। डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर चिकित्सकीय परामर्श लें और बिना डाक्टर की सलाह के कोई दवा न लें।
डेंगू से बचाव के उपाय
डेंगू से बचाव के लिए सबसे सरल उपाय डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को पनपने से रोकना है। घर और आसपास पानी एकत्र न होने दिया जाए। अगर आसपास एकत्र पानी को हटाना सम्भव न हो तो उसमें मिट्टी का तेल छिड़क दें। पानी की टंकी, जल भंडारण की वस्तुओं को ढ़क कर रखें। सभी गुलदस्तों, पानी के बर्तनों और कूलर का सारा पानी सप्ताह में एक बार अवश्य पूरी तरह से खाली कर दें। ऐसे कपड़ें पहनें जो शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढ़क सकें। प्रयोग में न लाए जाने वाले पात्रों, कबाड़, टायर, नारियल के खोखे आदि को नष्ट कर दें। मच्छर के बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, सर दर्द, बदन दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले भाग में दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते, जी मिचलाना और उलटी, डेंगू बुखार के लक्षण हैं।
डेंगू होने के बाद क्या करें
डेंगू के लक्षण होने पर घबराएं नहीं। डाक्टरी सलाह लेते हुए दवा लें। अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए और पौष्टिक आहार लेना चाहिए। इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा से आराम करें। अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर 104 पर सम्पर्क करें। डेंगू से बचाव के लिए जांच व उपचार की सुविधाएं सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध हैं।