जनसेवी अजय सोनकर ने ‘विश्व गौरेया दिवस’ के अवसर पर दिया विशेष संदेश
जनसेवी अजय सोनकर ने कहा कि आज 20 मार्च है और इस दिवस को विश्व गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रकृति की सुंदरतम रचनाओं में से एक, घर-आंगन को अपनी चंचल अदाओं से खुशगवार बनाने वाली नन्ही गौरेया की घटती आबादी को रोकने और उसके संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक और संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से हर वर्ष ‘विश्व गौरैया दिवस’ मनाया जाता है।
देहरादून। वरिष्ठ भाजपा नेता, प्रसिद्ध जनसेवी एवं वार्ड संख्या 18, इंदिरा कॉलोनी के पूर्व नगर निगम पार्षद अजय सोनकर उर्फ़ घोंचू भाई ने ‘विश्व गौरेया दिवस’ के अवसर पर विशेष संदेश दिया है।
विश्व गौरेया दिवस के अवसर पर जारी अपने विशेष संदेश में जनसेवी अजय सोनकर ने कहा- ‘विश्व गौरेया दिवस’ के अवसर पर प्रकृति की सुंदरतम रचनाओं में से एक गौरेया को इस धरा पर चहकने के लिए संरक्षित एवं आदर्श वातावरण देने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि ‘गौरेया’ उन विशेष पक्षियों में से एक है, जिसको चहकता देख हमें अपने बचपन के सुनहरे पल याद आते हैं।
जनसेवी अजय सोनकर ने कहा कि आज 20 मार्च है और इस दिवस को विश्व गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रकृति की सुंदरतम रचनाओं में से एक, घर-आंगन को अपनी चंचल अदाओं से खुशगवार बनाने वाली नन्ही गौरेया की घटती आबादी को रोकने और उसके संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक और संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से हर वर्ष ‘विश्व गौरैया दिवस’ मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि गौरेया के संरक्षण को लेकर ग्लोबल स्तर पर बदलाव आया है यह सुखद है। फिर भी अभी यह नाकाफी है। हमें प्रकृति से संतुलन बनाना होगा। हम प्रकृति और पशु-पक्षियों के साथ मिलकर एक सुंदर प्राकृतिक वातावरण तैयार कर सकते हैं। जिन पशु-पक्षियों को हम अनुपयोगी समझते हैं, वह हमारे लिए प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन हमें इसका ज्ञान नहीं होता। गौरेया हमारी प्राकृतिक मित्र है और पर्यावरण में सहायक है। आइए ‘विश्व गौरेया दिवस’ के अवसर पर इस नन्हीं चिड़िया के संरक्षण का संकल्प लें।