रामनगर में हुए हादसे पर जनसेवी भावना पांडे ने जताया दुख, कही ये बात

देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने रामनगर में हुए दर्दनाक हादसे पर दुःख प्रकट किया है। इस हादसे में मारे गए सभी 9 पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिए उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की एवं घायल युवती के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह उत्तराखंड के रामनगर में बड़ा हादसा हो गया। पंजाब के पटियाला निवासी पर्यटकों की कार रामनगर के ढेला नदी के तेज बहाव में बहने से नौ लोगों की मौत हो गई। इनोवा कार में सवार दस पर्यटक ढेला रामनगर स्थित रिसॉर्ट में प्रवास कर लौट रहे थे। कार में सवार दस लोगों में नौ की मौत हो गई जबकि एक युवती गंभीर रूप से घायल है, जिसका उपचार रामनगर की सरकारी अस्पताल में चल रहा है।

इस भीषण दुर्घटना के मंज़र को देख जहाँ हर किसी का दिल दहल गया वहीं इस हादसे की खबर ने जनसेवी भावना पांडे के हृदय को भी पीड़ा से भर दिया। उन्होंने इस हादसे पर बेहद अफ़सोस जताया है। साथ ही उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों से अपील करते हुए कहा कि बरसात के दिनों में पहाड़ों में नदी, नाले व गदेरे उफान पर रहते हैं ऐसे में अक्सर पानी तेज बहाव के साथ सड़कों पर आ जाता है। उन्होंने यात्रियों से निवेदन करते हुए कहा कि किसी भी काजवे को पार करते समय तेज पानी के उफान में अपने वाहन को न ले जाएं। पानी कम होने का इंतजार करें।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड की यात्रा पर आने वाले पर्यटक पहले मौसम की पूरी जानकारी जुटा लें उसके पश्चात ही अपनी यात्रा प्रारंभ करें। साथ ही बारिश होने की स्थिति में किसी सुरक्षित स्थान पर ठहर जाएं। उन्होंने कहा कि बरसात के इन दिनों में पहाड़ों पर जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है, जिस वजह से कईं जगहों पर मार्ग भी अवरूद्ध हैं। ऐसे में असुविधा और दुर्घटना से बचने के लिए बेहद सावधानी बरतते हुए अपनी यात्रा करें।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार व स्थानीय प्रशासन ने माँग करते हुए कहा कि रामनगर में हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार मुआवजा देने की तत्काल घोषणा करें व साथ ही घायल युवती के उचित उपचार की पूरी व्यवस्था करे। उन्होंने कहा कि सड़क पर बने तेज बहाव वाले ऐसे रपटों व काजवों को चिन्हित कर इन स्थानों पर पुलों का निर्माण किया जाना चाहिए साथ ही जब तक निर्माण कार्य पूर्ण न हो जाए वहां चेतावनी के बोर्ड भी प्रशासन द्वारा लगाए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा के लिए व उन्हें ऐसी घटनाओं से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए, जिसके लिए मार्ग के दोनों ओर जगह-जगह चेतावनी वाले बोर्ड लगाए जाने चाहिए एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए, जिससे बड़ी दुर्घटनाओं को घटने से रोका जा सके।